मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में दर्शन और पूजन किया। इस खास मौके पर उन्होंने मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं और पूरे प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। योगी ने कहा कि ब्रजभूमि भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की धरती है, जहां की मिट्टी-मिट्टी में श्रीकृष्ण की शक्ति और राधा रानी की भक्ति की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वह पवित्र भूमि है, जहां देव अवतारों ने जन्म लिया और अपनी लीलाएं रचीं।
डबल इंजन सरकार का संकल्प: आध्यात्मिक विरासत का संरक्षणप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। योगी ने कहा कि मथुरा-वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बल्देव, गोवर्धन और राधा कुंड जैसे तीर्थस्थलों को उनकी पौराणिक महिमा के अनुरूप फिर से स्थापित किया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से उन्हें श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और बरसाना के रंगोत्सव जैसे बड़े आयोजनों में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि 5,000 साल पुरानी इस सांस्कृतिक धरोहर को बचाने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा। साथ ही, जाति, धर्म, संप्रदाय और भाषा के नाम पर बांटने वाली ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है।
ब्रज क्षेत्र का समग्र विकासमुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए तेजी से काम कर रही है। यह क्षेत्र आज विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज अपनी आध्यात्मिक विरासत और आधुनिक विकास के लिए देश-दुनिया में मशहूर हो रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या में भगवान श्रीरामलला का भव्य मंदिर और मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर अपने पूरे वैभव के साथ दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।
पंचप्रण के साथ स्वदेशी को अपनाने का आह्वानयोगी ने प्रधानमंत्री के पंचप्रण के संकल्पों को दोहराते हुए कहा कि हमें विकसित भारत के लक्ष्य, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता और नागरिकों में कर्तव्य की भावना को अपनाना होगा। उन्होंने स्वदेशी को जीवन का मंत्र बनाने की अपील की। योगी ने कहा कि मां गंगा, यमुना, गौमाता और गायत्री हमारी संस्कृति के आधार हैं, जिनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।
गौ संरक्षण में मथुरा-वृंदावन का बड़ा योगदानमुख्यमंत्री ने गौ संरक्षण को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने बताया कि मथुरा-वृंदावन गौ संरक्षण का आदर्श केंद्र बन चुका है। यहां कई बड़ी गौशालाएं सक्रिय हैं। प्रदेश में इस समय 16 लाख से ज्यादा निराश्रित गोवंश को गौआश्रय स्थलों पर संरक्षित किया गया है। ‘मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना’ के तहत लोगों को गोवंश उपलब्ध कराए जा रहे हैं और उनके पालन-पोषण के लिए प्रति गोवंश 1,500 रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं।
पुष्प वर्षा और पारिजात का पौधा रोपणदर्शन-पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों और पर्यटकों पर पुष्प वर्षा की। इसके साथ ही, उन्होंने मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा भी रोपित किया। यह पल सभी के लिए बेहद खास रहा और भक्तों में उत्साह का माहौल देखने को मिला।
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