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Cricket News : क्या आप जानते हैं? टेस्ट क्रिकेट में पहले ओवर की हैट्रिक का ये रिकॉर्ड सिर्फ एक ही गेंदबाज के नाम

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Cricket News : साल 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट मैच में इरफान पठान ने एक ऐसा कारनामा किया, जिसने क्रिकेट इतिहास में उनकी जगह हमेशा के लिए पक्की कर दी। क्या आप जानते हैं? इरफान टेस्ट क्रिकेट के पहले ऐसे गेंदबाज बने, जिन्होंने किसी टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक विकेट हासिल की। जी हां, कराची टेस्ट में भारत की ओर से पहला ओवर डालते हुए इरफान ने वो कमाल कर दिखाया, जो पहले कभी नहीं हुआ था। चौथी गेंद पर सलमान बट्ट, पांचवीं गेंद पर यूनुस खान और छठी गेंद पर मोहम्मद यूसुफ को आउट कर इरफान ने इतिहास रच दिया। खास बात ये कि पाकिस्तान की धरती पर भारत की ओर से टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले इरफान पहले गेंदबाज भी बने।

टेस्ट क्रिकेट में अनोखा रिकॉर्ड

आज तक टेस्ट क्रिकेट में कोई दूसरा गेंदबाज ऐसा नहीं कर पाया, जो मैच की पहली पारी के पहले ओवर में हैट्रिक ले सके। कराची टेस्ट में इरफान ने पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में 1 विकेट चटकाए। हालांकि, उनकी शानदार गेंदबाजी के बावजूद भारत ये टेस्ट मैच नहीं जीत सका। पाकिस्तान ने भारत को 341 रनों से करारी शिकस्त दी थी। लेकिन इरफान की हैट्रिक ने हर क्रिकेट प्रेमी का दिल जीत लिया।

इरफान ने सुनाया उस पल का रोमांच

हाल ही में लल्लनटॉप के साथ इंटरव्यू में इरफान ने उस ऐतिहासिक ओवर के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया, “जब पहली गेंद मेरे हाथ से निकली, तो मुझे लगा कि इस पिच पर मैं कमाल कर सकता हूं। गेंद जैसे ही छूटी, मुझे एहसास हो गया कि आज कुछ खास होने वाला है। चौथी गेंद पर सलमान बट्ट आउट हुए, और स्टेडियम में हलचल मच गई।” इरफान ने उस पल को याद करते हुए बताया कि कैसे पिच और उनकी गेंदबाजी का तालमेल उस दिन बिल्कुल सटीक था।

यूनुस खान को ऐसे किया आउट

इरफान ने आगे बताया कि सलमान बट्ट के बाद यूनुस खान बल्लेबाजी के लिए आए। यूनुस भारत के खिलाफ हमेशा रन बनाते थे और भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान करते थे। इरफान ने सोचा कि यूनुस को LBW आउट करना ही सही रणनीति होगी। उन्होंने गेंद को थोड़ा आगे डाला, ताकि यूनुस चूक जाएं। इरफान ने कहा, “मुझे पता था कि अगर इस गेंद पर चौका भी पड़ जाए, तो कोई बात नहीं, क्योंकि एक विकेट तो मिल चुका था।” लेकिन गेंद हवा में लहराई और यूनुस के पैड पर जा लगी। अंपायर साइमन टॉफेल, जो उस समय LBW के लिए सबसे भरोसेमंद अंपायर माने जाते थे, ने तुरंत आउट का इशारा कर दिया।

हैट्रिक गेंद से पहले की सोच

जब दो विकेट हो चुके थे, तब इरफान के दिमाग में हैट्रिक का ख्याल आया। उन्होंने बताया, “मुझे नहीं पता था कि मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर जा रहा हूं। उस समय आप बस खेल पर फोकस करते हैं, रिकॉर्ड्स का नहीं सोचते।” इससे पहले इरफान दो बार हैट्रिक के करीब पहुंचे थे—एक बार श्रीलंका और एक बार जिम्बाब्वे के खिलाफ, लेकिन दोनों बार हैट्रिक पूरी नहीं हो सकी थी।

मोहम्मद यूसुफ के खिलाफ रणनीति

हैट्रिक गेंद पर मोहम्मद यूसुफ क्रीज पर थे। इरफान ने बताया, “मैंने यूसुफ को कई बार आउट किया था। मुझे उनकी कमजोरी पता थी। उनके पैर की मूवमेंट में दिक्कत होती थी, खासकर मेरी इनस्विंग गेंदों पर।” इरफान ने सोच-समझकर गेंद डाली, जो बिल्कुल सही जगह पर गिरी। गेंद इतनी सटीक थी कि यूसुफ के बल्ले और पैड के बीच गैप बन गया, और वो बोल्ड हो गए। बस यहीं इरफान की हैट्रिक पूरी हुई, और क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया।

इरफान का शानदार करियर

इरफान पठान ने अपने टेस्ट करियर में 29 मैचों में 100 विकेट लिए। वनडे में 120 मैचों में 173 विकेट और टी-20 इंटरनेशनल में 24 मैचों में 28 विकेट उनके नाम हैं। भले ही कराची टेस्ट में भारत को हार मिली, लेकिन इरफान की हैट्रिक आज भी क्रिकेट फैंस के दिलों में जिंदा है।

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