दावणगेरे (कर्नाटक), 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . कर्नाटक के दावणगेरे जिला स्टेडियम में संपन्न हुई 31वीं वरिष्ठ दक्षिण क्षेत्रीय पुरुष एवं महिला खो-खो चैंपियनशिप 2025 में केरल और कर्नाटक ने अपने शानदार प्रदर्शन से खिताब अपने नाम कर लिया. तीन दिनों तक चले इस रोमांचक टूर्नामेंट में दक्षिण भारत के छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की टीमों Andhra Pradesh, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और केरल ने हिस्सा लिया.
इस प्रतियोगिता का आयोजन कर्नाटक राज्य खो-खो संघ एवं दावणगेरे जिला खो-खो संघ ने संयुक्त रूप से किया था. यह आयोजन Indian खो-खो महासंघ (केकेएफआई) और दक्षिण क्षेत्रीय खो-खो समिति के तत्वावधान में हुआ. चैंपियनशिप का उद्घाटन 24 अक्टूबर को सांसद श्रीमती प्रभा मल्लिकार्जुन ने किया.
पुरुष वर्ग में केरल, महिला वर्ग में कर्नाटक विजेता
पुरुष वर्ग के फाइनल में केरल ने कर्नाटक को 30–27 से हराकर विजेता ट्रॉफी जीती, जबकि महिला वर्ग में कर्नाटक ने केरल को 40–6 से पराजित कर खिताब अपने नाम किया. कुल 23 मैचों के दौरान खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
टीम क्रमः-
पुरुष वर्ग: 1. केरल 2. कर्नाटक 3. Andhra Pradesh 4. तेलंगाना 5. तमिलनाडु
महिला वर्ग: 1. कर्नाटक 2. केरल 3. तमिलनाडु 4. तेलंगाना 5. Andhra Pradesh 6. पुडुचेरी
व्यक्तिगत पुरस्कार (पुरुष वर्ग)
सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर – जी. दिनेश (तेलंगाना)
सर्वश्रेष्ठ अटैकर – मारेशेट्टी (Andhra Pradesh)
सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर – आदित्य पाटिल (कर्नाटक)
उदीयमान खिलाड़ी – जे. एलेंस (तमिलनाडु)
वीरा मडकनी नायक पुरस्कार – बिचू (केरल)
व्यक्तिगत पुरस्कार (महिला वर्ग)
सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर – कुमारी (Andhra Pradesh)
सर्वश्रेष्ठ अटैकर – जय (तमिलनाडु)
सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर – कव्या कृष्णा (केरल)
उदीयमान खिलाड़ी – मान्या (कर्नाटक)
ओनाके ओबव्वा पुरस्कार – चंद्रा बी. (कर्नाटक)
खेल भावना और आधुनिकता का संगम
सभी मुकाबले मैट्स पर खेले गए, जो कि Indian खो-खो महासंघ के उस प्रयास का हिस्सा हैं जिसके तहत पारंपरिक खेल को आधुनिक संरचना और खिलाड़ियों की सुरक्षा के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है.
पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि दिनेश के. शेट्टी, अध्यक्ष – दावणगेरे जिला खो-खो संघ एवं डीएचयूडीए, ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह आयोजन खेल भावना, क्षेत्रीय एकता और दक्षिण भारत में खो-खो के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है.
31वीं वरिष्ठ दक्षिण क्षेत्रीय खो-खो चैंपियनशिप का यह संस्करण खेल उत्कृष्टता और सौहार्द का उत्सव बनकर उभरा, जिसने यह सिद्ध कर दिया कि Indian खो-खो महासंघ के मार्गदर्शन में यह पारंपरिक Indian खेल निरंतर वैश्विक पहचान और आधुनिक खेल संस्कृति की दिशा में अग्रसर है.
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
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