बूंदी, 2 नवंबर (Udaipur Kiran) . उदयपुर से बूंदी आ रही रोडवेज बस को चलाते समय ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया. यात्रियों को रास्ते में छोड़कर हॉस्पिटल जाने के बजाय बस को चलाते रहे. दर्द से तड़पते हुए बस को लेकर 50 किलोमीटर दूर बूंदी बस स्टैंड पहुंचे. लेकिन सीट पर बेहोश होकर गिर पड़े. उन्हें जिला हॉस्पिटल ले जाय गया, लेकिन उनकी पहले की मौत हो चुकी थी.
डिपो प्रबंधक धनश्याम गौड़ ने बताया कि ड्राइवर रमेश बैरागी को बिजौलिया (भीलवाड़ा) के पास सीने में दर्द महसूस हुआ था. उन्होंने तत्काल बूंदी डिपो को फोन कर अपनी तबीयत बिगड़ने की जानकारी दी. बावजूद इसके उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और बस को बिना किसी हादसे के बूंदी तक लेकर आए. जब बस बूंदी बस स्टैंड पहुंची, तो उन्होंने पहले की तरह बस को सही स्थान पर खड़ा किया और यात्रियों को सुरक्षित उतरवाया. अंतिम यात्री के उतरते ही वे सीट पर बेहोश होकर गिर पड़े. मौके पर मौजूद स्टाफ और सहकर्मियों ने तुरंत उन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जिला हॉस्पिटल के डॉ. निश्चिंत ने बताया कि ड्राइवर को जब हॉस्पिटल में लाया गया था, वे अचेत अवस्था में थे. उन्हें सीपीआर देकर लंबे समय तक बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका दिल पहले ही काम करना बंद कर चुका था. ड्राइवर रमेश बैरागी को हार्ट अटैक आया था. डिपो प्रबंधक गौड़ ने कहा कि तबीयत खराब होने के बावजूद रमेश बैरागी द्वारा बस को सुरक्षित बूंदी तक लाया गया. उन्होंने आखिरी सांस तक अपनी ड्यूटी निभाई.
—————
(Udaipur Kiran) / राजीव
You may also like

'कनाडा से कर देंगे बाहर...', सरकार ने क्यों दी स्टूडेंट-वर्कर्स को वॉर्निंग? क्या है पूरा मामला

परंपरा और प्रौद्योगिकी का सम्मिश्रण कॉयर की वैश्विक सफलता की कुंजी है: उपराष्ट्रपति

पोहा सिर्फ नाश्ता नहीं, बल्कि है हेल्थ बूस्टर ! जानिए खाने का आयुर्वेदिक तरीका

मुंबई क्राइम ब्रांच ने रोहित आर्या के एनकाउंटर के मामले में अब तक 7 लोगों का बयान दर्ज किया

जगन्नाथ मंदिर का झंडा हवा के विपरीत दिशा में क्यों लहराता है? जानिए रहस्य




