वाराणसी, 04 मई . 129 वर्षीय पद्मश्री बाबा शिवानंद के निधन पर धर्म नगरी काशी शोकाकुल है. रविवार को कबीर नगर दुर्गाकुंड स्थित सामुदायिक भवन में उनके पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए उनके भक्तों का तांता लगा हुआ है. देर शाम वाराणसी पहुँचते ही प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु भी शिवानंद आश्रम पहुंचे और बाबा शिवानंद के निधन पर अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित की .
आयुष मंत्री ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि काशी नगरी ने आज अपना एक अनमोल रत्न खो दिया. 129 वर्षीय योग गुरु, पद्मश्री सम्मानित स्वामी शिवानंद जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद और भावुक कर देने वाली है. उनका जाना केवल एक संत का जाना नहीं है, बल्कि योग, संयम, सेवा और सादगी की एक जीवित परंपरा का अवसान है. डॉ दयालु ने कहा कि 2022 में जब उन्होंने राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री सम्मान प्राप्त करते समय साष्टांग दंडवत किया, तो पूरा देश उनकी विनम्रता और भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पण को देख भाव-विभोर हो गया था. उनका जीवन संदेश देता है कि दीर्घायु और स्वास्थ्य केवल दवाओं से नहीं, बल्कि साधना, संतुलन और सरलता से प्राप्त होता है. इसी क्रम में शहर दक्षिणी के विधायक डॉ विधायक नीलकंठ तिवारी, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, भाजपा वाराणसी महानगर के पूर्व अध्यक्ष विद्यासागर राय, एडीएम सिटी, महापौर अशोक तिवारी आदि ने भी आश्रम पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की. आश्रम के संतों के अनुसार स्वामी जी की अंतिम यात्रा सोमवार की सुबह 8:00 से 9:00 के बीच मणिकर्णिका घाट के लिए निकलेगी. पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक प्रदेश के विभिन्न शहरों में रहने वाले बाबा के भक्त भी शहर में पहुंच चुके है.
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/ श्रीधर त्रिपाठी
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