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देश के विकास में अपना सृजनात्मक योगदान दें : प्रो संगीता श्रीवास्तव

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–कुलपति बोलीं, शिक्षण और नैतिकता का सामंजस्य अत्यंत आवश्यक–कुलपति ने विज्ञान संकाय में स्थापित टी-55 टैंक का किया लोकार्पणप्रयागराज, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह पर कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान के बाद एससीसी कैडेट्स ने परेड की। इसके बाद कुलपति ने विज्ञान संकाय में स्थापित टी-55 टैंक का लोकार्पण किया। यह टैंक भारतीय सेना की ओर से इविवि को प्रदान किया गया है। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के विकास में सभी अपना सृजनात्मक योगदान दें।इस अवसर पर कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। कहा कि हमें चिंतन करना है कि देश के विकास में किस प्रकार अपना योगदान दें। शिक्षा संस्थान ऐसे स्थान होते हैं जहां पर नवीन सोच जन्म लेती है। सभी लोग अपनी विशिष्ट क्षमता से देश को उन्नति की राह पर ले जाएं।

–नवाचार से ही देश आगे बढ़ेगा कुलपति ने कहा कि सृजनात्मकता को बढ़ावा देना होगा, नवाचार से ही देश आगे बढ़ेगा। नया विचार ही नई क्रांति ला सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति सहिष्णुता पर आधारित है। सभी जातियां एक-दूसरे का सम्मान करें, यही हमारी परम्परा है। असल शिक्षा आपके आचरण से दिखाई देती है। ऐसे में अपनी संस्कृति से जुड़े रहें। भारत की संस्कृति सत्यम्-शिवम्-सुंदरम् और वसुधैव कुटुम्बकम पर केंद्रित है। भारत में प्रकृति की आराधना का पाठ पढ़ाया जाता है। भारत में अनेक चिंतक हुए हैं, जिनसे हमें नैतिकता का बोध मिला है। शिक्षण और नैतिकता का सामंजस्य अत्यंत आवश्यक है।

–उन्नत दुनिया के ग्लोबल नागरिक बनें विद्यार्थी विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि इविवि में सत्र 2025-26 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरी तरह से लागू किया गया है। चतुर्थ वर्ष में केवल मेधावी विद्यार्थियों को ही मौका मिलेगा। ऐसे में खुद को बेहतर बनाने में लग जाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में एक-दो विषय पढ़कर जीवन में सफलता नहीं मिल पा रही है। इविवि में एक पाठ्यक्रम के दौरान कई विषय पढ़ने का अवसर मिलेगा, जिससे आपकी प्रतिभा निखरेगी। उन्नत दुनिया के ग्लोबल नागरिक बनने के लिए अधिक कौशल अर्जित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कई भाषाएं सीखिए, अगर आजीविका कमाने के लिए विदेश भी जाना पड़े तो ये भाषाएं आपके बहुत काम आएंगीं। करीब 400 नए शिक्षकों की नियुक्ति के बाद इविवि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है, ताकि शिक्षण कार्यों में उत्कृष्टता लाई जा सके।

–सन् 1971 की लड़ाई का हिस्सा रहा है टी-55 टैंक कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय परिसर में स्थापित टी-55 टैंक का लोकार्पण किया। यह टैंक 1960 के दशक के अंत में भारतीय सेना को मिले थे। 1971 की लड़ाई सहित कई अहम मौकों पर इस टैंक ने देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में अपना सहयोग दिया है। इसके बाद इन टैंकों को प्रशिक्षण और वार मेमोरियल के लिए संरक्षित कर दिया गया।

–इविवि के सभी परिसरों में पौधरोपणइविवि की पीआरओ प्रो जया कपूर ने बताया कि अंत में सभी परिसरों में शुक्रवार को ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम के तहत पौधरोपण किया गया। कुलपति ने विज्ञान संकाय में पौधरोपण की शुरूआत की। इसके बाद रजिस्ट्रार प्रो. आशीष खरे, डीन कालेज डेवलपमेंट प्रो. एनके शुक्ल, विज्ञान संकाय के डीन प्रो. एसआई रिजवी ने भी पौधरोपण किया। इविवि के सभी परिसरों में संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों की अगुवाई में पौधरोपण किया गया।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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