पाकिस्तान के चैंपियंस कैप्टन शाहिद अफरीदी भारत द्वारा वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार करने के बाद भड़के हुए हैं। अपनी हताशा में उन्होंने अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पड़ोसी मुल्क में काफी तबाही मची थी। भारत ने उनके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें कई आतंकी मारे गए थे। इससे बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और उनके हमलों को नाकाम कर दिया। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था। पाकिस्तान की कायराना हरकत के लिए भारत ने लीजेंड्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में उसके खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था। कप्तान युवराज सिंह, सुरेश रैना, इरफान पठान, शिखर धवन समेत कई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था और फिर मैच रद्द कर दिया गया था। अब इसी अफरीदी ने जहर उगला है। उन्होंने धवन को लेकर बेतुका बयान भी दिया है। मैच रद्द होने के बाद अफरीदी ने पत्रकारों से बात करते हुए बेतुका बयान दिया। अफरीदी पहले भी क्रिकेट और राजनीति को अलग रखने की बात कह चुके हैं, लेकिन उनके अपने बयान राजनीति से प्रेरित हैं। इस बार उन्होंने कहा, 'हम यहाँ क्रिकेट खेलने आए हैं और मैंने हमेशा कहा है कि क्रिकेट को राजनीति से दूर रखना चाहिए। एक खिलाड़ी को एक अच्छा राजदूत होना चाहिए, न कि अपने देश के लिए शर्मिंदगी का कारण।' पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के पूर्व कप्तान ने यहाँ तक कहा कि अगर भारत नहीं खेलना चाहता था, तो उन्हें यहाँ नहीं आना चाहिए था।
अफरीदी ने एक हास्यास्पद बयान देते हुए कहा, 'हम यहाँ क्रिकेट खेलने आए हैं। अगर (भारत) पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहता था, तो उन्हें यहाँ आने से पहले ही मना कर देना चाहिए था। लेकिन अब आप आ गए हैं, अभ्यास सत्र भी आयोजित किए हैं और फिर अचानक एक ही दिन में सब कुछ बदल दिया।' अफरीदी का यह बयान इसलिए बेतुका है क्योंकि भारत ने 11 मई को ही आयोजकों को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने के अपने फैसले की जानकारी दे दी थी। धवन ने टूर्नामेंट आयोजकों को लिखा एक ईमेल शेयर किया है, जिसमें इसकी पुष्टि की गई है।
ईमेल में कहा गया है कि पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। धवन ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, "मैं 11 मई को उठाए गए अपने कदम पर अब भी कायम हूँ। मेरा देश मेरे लिए सब कुछ है और देश से बड़ा कुछ नहीं है।" यह कहने के बाद, अफरीदी ने धवन के बारे में भी भला-बुरा कहा। अफरीदी ने धवन को 'बुरा आदमी' इसलिए कहा क्योंकि वे WCL में भारत-पाकिस्तान मैच का विरोध करने वाले पहले व्यक्ति थे।
अफरीदी ने कहा, "खेल लोगों को एक साथ लाता है, लेकिन अगर हर चीज़ में राजनीति शामिल हो जाए तो हम आगे कैसे बढ़ेंगे? जब तक हम साथ बैठकर मुद्दों पर चर्चा नहीं करेंगे, तब तक कुछ नहीं सुधरेगा। संवाद की कमी स्थिति को और बदतर ही बनाती है। हम यहाँ क्रिकेट खेलने, आमने-सामने बातचीत करने और दोस्ताना बातचीत करने के लिए हैं। लेकिन कभी-कभी, एक सड़ा हुआ अंडा सबके लिए सब कुछ बिगाड़ देता है।"
अफरीदी ने ज़हर उगलते हुए कहा, "अगर मुझे पता होता कि मेरी वजह से मैच रोका जा रहा है, तो मैं मैदान पर भी नहीं जाता, लेकिन क्रिकेट चलता रहना चाहिए। क्रिकेट के सामने शाहिद अफरीदी क्या है? कुछ भी नहीं। खेल सबसे पहले आता है। एक खेल के तौर पर, क्रिकेट सबसे बड़ी चीज़ है।" इसमें राजनीति लाना या कोई भारतीय क्रिकेटर कह दे कि वह पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेगा - तो मत खेलो, बस बाहर बैठो। लेकिन खेल बड़ा है, क्रिकेट बड़ा है और यह शाहिद अफरीदी से भी बड़ा है।'
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