क्रिकेट न्यूज डेस्क।। रजत पाटीदार की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) आईपीएल 2025 में शानदार प्रदर्शन कर रही है और प्लेऑफ में जगह पक्की करने के करीब है। सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से टीम को बड़ा झटका लगा, जहां अदालत ने उबर मोटो को अपना वह विज्ञापन हटाने का आदेश देने से इनकार कर दिया, जिसमें कथित तौर पर टीम का अपमान किया गया था।
जज ने इस बारे में क्या कहा?
न्यायमूर्ति सौरभ बनर्जी ने फैसला सुनाया कि इस स्तर पर अदालती हस्तक्षेप उचित नहीं है। विज्ञापन में आस्ट्रेलिया और सनराइजर्स हैदराबाद के क्रिकेटर ट्रैविस हेड को 'हैदराबाद' के रूप में दिखाया गया है, जो बाइक टैक्सी सेवा उबर मोटो का प्रचार कर रहे हैं। एक फैंटेसी मैच से पहले, वह स्टेडियम के साइनबोर्ड पर बेंगलुरु के बजाय 'रॉयली चैलेंज्ड बेंगलुरु' लिख देते हैं।
आपको बता दें कि पिछली सुनवाई के दौरान जज ने सुझाव दिया था कि विज्ञापन में कुछ संशोधन की जरूरत हो सकती है। अदालत के फैसले में कहा गया, "यह विज्ञापन क्रिकेट के खेल के संदर्भ में है, जो खेल भावना का खेल है।" अदालत इस स्तर पर किसी भी हस्तक्षेप की इच्छा नहीं रखती है।
सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल 2025 से बाहर
सोमवार को हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला जाने वाला मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया। जैसे ही यह हुआ, हैदराबाद आधिकारिक तौर पर आईपीएल प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गया। टीम के पास फिलहाल 11 मैचों में केवल सात अंक हैं और वह अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। हैदराबाद के अलावा चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स भी प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं।
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