उत्तर प्रदेश न्यूज डेस्क !!! उत्तर प्रदेश का आखिरी विधानसभा चुनाव 2022 में हुआ था. वहीं 2027 में यूपी विधानसभा का कार्यकाल भी पूरा हो जाएगा. 2027 में यूपी की 403 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. हालांकि अब यूपी चुनाव 3 साल पहले हो सकते हैं. इसकी वजह मोदी सरकार की एक देश एक चुनाव योजना है.
एक देश एक चुनाव को मंजूरीबीते दिन मोदी कैबिनेट ने एक देश एक चुनाव पर अपनी मुहर लगा दी है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने वन नेशन वन इलेक्शन का खाका पेश किया, जिसे मोदी कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई है. ऐसे में अगर मोदी 3.0 में एक देश और एक चुनाव का सपना सच होगा तो यूपी में भी चुनाव 3 साल पहले होंगे. आइये जानते हैं कैसे?
3 साल पहले भंग हो जाएगी यूपी विधानसभा!एक देश एक चुनाव के तहत मोदी सरकार लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की तैयारी में है. अगर ये सच है तो यूपी विधानसभा चुनाव भी आम चुनाव के साथ ही होंगे. 2027 के बाद 2032 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में आम चुनाव और यूपी चुनाव के बीच करीब ढाई साल का अंतर है. एक देश एक चुनाव लागू होने के बाद सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव 2029 में लोकसभा चुनाव के साथ होंगे और यूपी में 2032 की जगह 2029 में चुनाव होंगे.
विपक्ष ने विरोध कियाबीजेपी के अलावा मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी एक देश एक चुनाव को हरी झंडी दे दी है. हालांकि, विपक्षी खेमों ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस और तीसरी सबसे बड़ी पार्टी सपा ने एक देश एक चुनाव से मुंह मोड़ लिया है. जहां एक तरफ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी के एक देश एक चुनाव के सपने को साकार करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं राज्य की दो बड़ी पार्टियां कांग्रेस और एसपी इसके खिलाफ हैं.
कई राज्य होंगे प्रभावितएक देश एक चुनाव का असर यूपी के अलावा कई राज्यों पर पड़ेगा. बिहार और दिल्ली की विधानसभा अगले साल खत्म हो जाएगी. असम, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव होंगे। 2027 में यूपी के अलावा गोवा, गुजरात, पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड में चुनाव होंगे.