वाशिंगटन: ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर इजरायल का हमला अब निर्णायक चरण में पहुंच गया है। कुछ ही दिनों के भीतर, इजरायल को ईरान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमला करना था और तुरंत ईरान की परमाणु सुविधाओं पर कमांडो भेजना था, जिसमें अमेरिकी कमांडो भी शामिल थे। लेकिन ट्रम्प ने इजरायल को ऐसा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया और कहा कि यूरेनियम संवर्धन को सीमित करने के लिए अमेरिका और ईरान के बीच वार्ता 5 मई को होने वाली थी। इसलिए, इस समय ईरानी परमाणु सुविधाओं वाले क्षेत्रों पर कोई हमला नहीं होना चाहिए। यह सर्वविदित है कि ईरान पहले ही 60 प्रतिशत संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन कर चुका है। परमाणु बम बनाने के लिए 90 प्रतिशत से अधिक या कम से कम 90 प्रतिशत शुद्ध यूरेनियम की आवश्यकता होती है। ईरान उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
अब अमेरिका को उसे परमाणु बम बनाने से रोकने के लिए उससे बातचीत करनी होगी। इस सप्ताह के अंत में रोम में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता होने वाली है। इससे पहले ओमान में वार्ता हुई थी। ओमान ने इसमें मध्यस्थ की भूमिका निभाई। रोम में होने वाली वार्ता के दौरान ओमान भी मध्यस्थता की भूमिका निभाएगा।
The post first appeared on .
You may also like
शर्ट पर दाग किसके…', गर्लफ्रेंड ने खोया आपा, अपने बाल काटे और लगा ली फांसी ⑅
JEE Mains में टॉप करने वाले ओमप्रकाश बोहरा ने बिना सेल्फ स्टडी से कैसे हासिल की AIR-1 ? जाने कैसे करते थे पढ़ाई
शादी के 10 दिन बाद लक्ष्मी ने किया ऐसा काम कि योगेंद्र का पूरा परिवार रह गया दंग, अब पति बहा रहा आंसू! ⑅
दिल्ली की गर्मी से चाहते हैं राहत, इन 6 हिल स्टेशनों पर बनाएं दो दिन का ट्रिप प्लान
हाथ बांधकर महिला की बेरहमी से हत्या! घंटे में केस सॉल्व, पड़ोसी गिरफ्तार ⑅