यूटीआई का क्या कारण है?
यूटीआई का सबसे आम कारण बैक्टीरिया हैं। आंत में रहने वाले ई. कोली बैक्टीरिया से यूटीआई की सबसे ज़्यादा समस्या होती है। असुरक्षित यौन संबंध, गर्भावस्था, गुर्दे की पथरी, बढ़े हुए प्रोस्टेट, कब्ज के कारण यह समस्या ज़्यादा होती है।
यूटीआई के शुरुआती लक्षण
– पेशाब करते समय दर्द या जलन – बार-बार पेशाब आना, विशेष रूप से रात में – पेशाब करने के बाद भी मूत्राशय भरा हुआ महसूस होना – पेट के निचले हिस्से या पीठ में दर्द – झागदार, खून वाला या दुर्गंधयुक्त पेशाब – दर्द या थकान महसूस होना – बुखार या ठंड लगना
यूटीआई का इलाज कैसे करें?
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. चैताली राठौर कहती हैं कि यूटीआई को घर पर आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए दही जैसी खट्टी चीजों से परहेज करें। दही खाने से सूजन हो सकती है। रोजाना 3-4 भीगी हुई काली किशमिश खाएं।
चावल के पानी से यूटीआई का इलाज
विशेषज्ञों के अनुसार, यूटीआई में चावल का पानी पीना बहुत फायदेमंद होता है। इसे दिन में दो बार 10-15 मिली की मात्रा में सेवन करें। इसे बनाने के लिए सबसे पहले चावल को अच्छी तरह से धो लें। अब 1 भाग चावल और 4 भाग पानी लें। चावल को पानी में तब तक उबालें जब तक कि चावल पक न जाए। फिर पानी को छानकर सामान्य होने तक ठंडा करें और इसका सेवन करें।
यूटीआई को रोकने के लिए सुझाव
यूटीआई के खतरे को कम करने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखें, प्राइवेट पार्ट्स की स्वच्छता का ध्यान रखें, सेक्स के बाद टॉयलेट जाएं, इसके साथ ही क्रैनबेरी जूस पीएं।
You may also like
शेख़ हसीना की सरकार गिरने के बाद क्या बांग्लादेश और पाकिस्तान के संबंध बेहतर हो रहे हैं?
कोल्ड ड्रिंक पिलाकर महिला को किया बेहोश, फिर पति के दोस्त ने किया रेप…
कप्तान रोहित शर्मा की टेंशन को दूर करेगा ये बल्लेबाज, ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए बेहद जरूरी
इन 3 कामों के बाद किसी भी इंसान को स्नान जरूर करना चाहिए…..