हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से चल रहा सूखा और शुष्क मौसम का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। मौसम ने ऐसी करवट ली है कि एक ही दिन में गर्मी और सर्दी,दोनों का एहसास होने लगा है। ऊंची चोटियों ने जहां बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है,वहीं निचले इलाकों में बारिश की फुहारों ने ठंडक घोल दी है।यह नजारा जितना खूबसूरत है,उतना ही इस बात का संकेत भी है कि अब पहाड़ों पर सर्दियों ने दस्तक दे दी है।ऊंचे पहाड़ों पर मौसम की पहली बर्फबारीकहां-कहां गिरी बर्फ?:प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों,जैसेरोहतांग दर्रा,लाहौल-स्पीति और कुल्लूकी ऊंची चोटियों पर इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।कैसा है नजारा?:पहाड़ बर्फ की पतली चादर से ढक गए हैं,जिसे देखकर वहां मौजूद सैलानियों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि,इस बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट आई है और ठंड अचानक बहुत बढ़ गई है।निचले इलाकों में राहत की बारिशकहां-कहां हुई बारिश?:राजधानीशिमला,मंडी,कुल्लू,चंबा और ऊनासमेत प्रदेश के कई मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई है।किसानों के चेहरे खिले:यह बारिश सेब और आने वाली रबी की फसलों (जैसे गेहूं) के लिए‘अमृत’बनकर बरसी है,जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है।बढ़ी ठंडक:इस बारिश से पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है और मौसम में ठंडक का एहसास बढ़ गया है।मौसम विभाग की चेतावनी (Yellow Alert)मौसम विभाग (IMD)ने प्रदेश में अगले24से48घंटों के लिए‘येलो अलर्ट’जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश और बर्फबारी के कारण कुछ पहाड़ी सड़कों परभूस्खलन (लैंडस्लाइड)का खतरा बढ़ सकता है और दृश्यता (visibility)भी कम हो सकती है।
You may also like
दलित परिवार की जमीन पर कब्जे को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष से भिड़े दबंग
स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा दें : राज्यमंत्री जायसवाल
विचार-विमर्श से जनहित की प्राथमिकताएं होंगी निर्धारित: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मप्रः ऊर्जा मंत्री तोमर ने किया 'वीमित्र ऐप' का औपचारिक शुभारंभ
मप्रः निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुधार के लिए औचक निरीक्षण की कार्रवाई जारी