नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार, 2 नवंबर 2025 को साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला ICC वनडे वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में मिली यह जीत भारतीय खेल जगत के लिए एक स्वर्ण अध्याय है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद हरमनप्रीत ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक खास तरीका अपनाया, जिसने दुनिया भर का ध्यान खींचा।   
   
हरमनप्रीत ने क्रिकेट को बताया सबका खेल
ट्रॉफी जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने एक खास टी-शर्ट पहनी, जिस पर एक मजबूत संदेश लिखा था। उस पर लिखा गया था कि 'कुछ सपने एक अरब लोग साझा करते हैं। इसीलिए क्रिकेट सबका खेल है।' इस टी-शर्ट पर, क्रिकेट के लिए परंपरागत रूप से इस्तेमाल होने वाले शब्द 'जेंटलमैन गेम' को काटकर 'एवरीवन गेम' लिखा गया था। हरमनप्रीत ने ट्रॉफी के साथ इस टी-शर्ट में अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की, जिसने यह स्पष्ट कर दिया कि क्रिकेट अब केवल पुरुषों का खेल नहीं, बल्कि हर किसी का खेल है।
   
हार का दर्द भुलाया
हरमनप्रीत कौर के लिए यह जीत बहुत भावुक कर देने वाली थी, क्योंकि वह आठ साल पहले 2017 में फाइनल हारने का दर्द झेल चुकी थीं। उनकी इस बार की जीत 1983 में कपिल देव की टीम द्वारा मेंस क्रिकेट में इतिहास रचने के समान ही है और यह दिन 2 नवंबर 2025 को महिला क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। स्टैंड्स में मैच देख रहे रोहित शर्मा भी इस जीत को देखकर भावुक हो गए।
   
      
एक नए युग की शुरुआत
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है। हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने न केवल एक ट्रॉफी जीती है, बल्कि उन सभी युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं जो क्रिकेट खेलने का सपना देखती हैं। इस टीम ने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। यह ऐतिहासिक पल भारतीय खेल इतिहास में महिलाओं की शक्ति और उनके सपनों की जीत के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा।
  
हरमनप्रीत ने क्रिकेट को बताया सबका खेल
ट्रॉफी जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने एक खास टी-शर्ट पहनी, जिस पर एक मजबूत संदेश लिखा था। उस पर लिखा गया था कि 'कुछ सपने एक अरब लोग साझा करते हैं। इसीलिए क्रिकेट सबका खेल है।' इस टी-शर्ट पर, क्रिकेट के लिए परंपरागत रूप से इस्तेमाल होने वाले शब्द 'जेंटलमैन गेम' को काटकर 'एवरीवन गेम' लिखा गया था। हरमनप्रीत ने ट्रॉफी के साथ इस टी-शर्ट में अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की, जिसने यह स्पष्ट कर दिया कि क्रिकेट अब केवल पुरुषों का खेल नहीं, बल्कि हर किसी का खेल है।
हार का दर्द भुलाया
हरमनप्रीत कौर के लिए यह जीत बहुत भावुक कर देने वाली थी, क्योंकि वह आठ साल पहले 2017 में फाइनल हारने का दर्द झेल चुकी थीं। उनकी इस बार की जीत 1983 में कपिल देव की टीम द्वारा मेंस क्रिकेट में इतिहास रचने के समान ही है और यह दिन 2 नवंबर 2025 को महिला क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। स्टैंड्स में मैच देख रहे रोहित शर्मा भी इस जीत को देखकर भावुक हो गए।
एक नए युग की शुरुआत
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है। हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने न केवल एक ट्रॉफी जीती है, बल्कि उन सभी युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं जो क्रिकेट खेलने का सपना देखती हैं। इस टीम ने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। यह ऐतिहासिक पल भारतीय खेल इतिहास में महिलाओं की शक्ति और उनके सपनों की जीत के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा।
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