तेल अवीव: गाजा में मानवीय सहायता ले जा रहे बेड़े के जहाजों को इजरायली बलों ने रोक दिया है। इजरायली विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि बेड़े को रोककर उनके यात्रियों को एक बंदरगाह पर रखा गया है। अकालग्रस्त गाजा में मानवीय सहायता ले जा रहे इस बेड़े में स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, नेल्सन मंडेला के पोते मंडला मंडेला, बार्सिलोना की पूर्व मेयर अदा कोलाऊ और कई यूरोपीय सांसद शामिल हैं। इन लोगों ने कहा है कि वह इजरायली नाकाबंदी तोड़ने और फिलिस्तीनियों तक मदद पहुंचाने के अपने मिशन पर अडिग है।
गाजा की ओर जा रहे राहत सहायता काफिले में शामिल एक कार्यकर्ता ने बुधवार को सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि इजराइली नौसेना के पोत उनके काफिले के पास आए और उन्हें जहाजों के इंजन बंद करने का आदेश दिया। द ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला नाम के इस काफिले में 50 छोटे जहाज शामिल हैं, जिन पर करीब 500 लोग सवार हैं। यह काफिला गाजा में फंसे लोगों के लिए खासतौर से खाद्य सामग्री और दवाइयां ले जा रहा है।
थनबर्ग पूरी तरह सुरक्षितइजराइली विदेश मंत्रालय ने कहा कि स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और उनके सहयोगी सुरक्षित और स्वस्थ हैं। गाजा में सहायता ले जा रहे बेड़े के आयोजकों ने बताया कि सीरियस, अल्मा और अदारा नौकाओं को गाजा तट से लगभग 70 समुद्री मील दूर रोका गया। ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला में थनबर्ग सहित 45 कार्यकर्ता और राजनेता सवार हैं। यह पिछले महीने गाजा पर इजराइल की नाकाबंदी तोड़ने के उद्देश्य से स्पेन से रवाना हुआ था।
फ्लोटिला ने कहा कि अल्मा, सीरियस और अदारा सहित ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला के कई जहाजों को इजरायली बलों ने अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में रोक लिया और उन पर सवार हो गए। बयान में पुष्टि की गई अवरोधनों के अलावा, कई अन्य जहाजों के साथ लाइव स्ट्रीम और संचार टूट गए हैं। इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया। इसमें थनबर्ग और दूसरे कार्यकर्ताओं को एक जहाज के डेक पर बैठे हुए दिखाया गया है।
गाजा में बड़ा मानवीय संकटगाजा में इजरायल ने अक्टूबर, 2023 में हमले शुरू किए थे। इसके बाद से लगातार बमबारी की जा रही है और पूरे इलाके की नाकेबंदी इजरायली आर्मी ने की हुई है। गाजा में इजरायल के हमलों में 66 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। वहीं अकाल जैसी स्थिति के चलते मानवीय संकट इस क्षेत्र में हैं। दुनियाभर से यहां मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इजरायल इसे रोक रहा है।
गाजा की ओर जा रहे राहत सहायता काफिले में शामिल एक कार्यकर्ता ने बुधवार को सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि इजराइली नौसेना के पोत उनके काफिले के पास आए और उन्हें जहाजों के इंजन बंद करने का आदेश दिया। द ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला नाम के इस काफिले में 50 छोटे जहाज शामिल हैं, जिन पर करीब 500 लोग सवार हैं। यह काफिला गाजा में फंसे लोगों के लिए खासतौर से खाद्य सामग्री और दवाइयां ले जा रहा है।
थनबर्ग पूरी तरह सुरक्षितइजराइली विदेश मंत्रालय ने कहा कि स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और उनके सहयोगी सुरक्षित और स्वस्थ हैं। गाजा में सहायता ले जा रहे बेड़े के आयोजकों ने बताया कि सीरियस, अल्मा और अदारा नौकाओं को गाजा तट से लगभग 70 समुद्री मील दूर रोका गया। ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला में थनबर्ग सहित 45 कार्यकर्ता और राजनेता सवार हैं। यह पिछले महीने गाजा पर इजराइल की नाकाबंदी तोड़ने के उद्देश्य से स्पेन से रवाना हुआ था।
फ्लोटिला ने कहा कि अल्मा, सीरियस और अदारा सहित ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला के कई जहाजों को इजरायली बलों ने अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में रोक लिया और उन पर सवार हो गए। बयान में पुष्टि की गई अवरोधनों के अलावा, कई अन्य जहाजों के साथ लाइव स्ट्रीम और संचार टूट गए हैं। इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया। इसमें थनबर्ग और दूसरे कार्यकर्ताओं को एक जहाज के डेक पर बैठे हुए दिखाया गया है।
Already several vessels of the Hamas-Sumud flotilla have been safely stopped and their passengers are being transferred to an Israeli port.
— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) October 1, 2025
Greta and her friends are safe and healthy. pic.twitter.com/PA1ezier9s
गाजा में बड़ा मानवीय संकटगाजा में इजरायल ने अक्टूबर, 2023 में हमले शुरू किए थे। इसके बाद से लगातार बमबारी की जा रही है और पूरे इलाके की नाकेबंदी इजरायली आर्मी ने की हुई है। गाजा में इजरायल के हमलों में 66 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। वहीं अकाल जैसी स्थिति के चलते मानवीय संकट इस क्षेत्र में हैं। दुनियाभर से यहां मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इजरायल इसे रोक रहा है।
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