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पूरे साल नहीं बस Akshaya Tritiya पर ही मिलता है बांके बिहारी के चरण दर्शन करने का मौका, प्रभु की बरसती है कृपा

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अक्षय तृतीया को बेहद शुभ माना जाता है। इस साल 2024 में यह पावन पर्व 10 मई को मनाया जाएगा। कहते हैं इस दिन माता लक्ष्‍मी और भगवान विष्‍णु की आराधना करनी चाहिए, इससे जीवन में तरक्‍की होती है। इस दिन धार्मिक कामों को करने से भी मनवांछित फल मिलते हैं। यह दिन श्री बांके बिहारी बिहारी जी के भक्‍तों के लिए बेहद खास होता है। सालभर लोग इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। वो इसालिए क्‍योंकि बांके बिहारी भक्‍तों को अपने चरणाें के दर्शन देते हैं। बता दें कि चरण दर्शन साल में एक ही बार होते हैं। इसलिए इसका विशेष महत्व है। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया के दिन ही क्‍यों देते हैं ठाकुर जी चरण दर्शन।
शरीर पर लगाया जाता है चंदन का लेप image

इस अवसर पर श्री बांके बिहारी को शीतलता देने के लिए उनके शरीर पर 100 किलो चंदन का लेपन किया जाएगा। इसके लिए लगभग 125 गोस्वामी परिवार अपने घरों और मंदिरों में पत्थरों के सिला पर चंदन घिस रहे हैं।


मलयागिरी चंदन से होगी सेवा image

जिस चंदन से बिहारी जी की सेवा की जाएगी, वो कोई मामूली चंदन नहीं है। बल्कि लेपन के लिए मलयागिरी चंदन का उपयोग किया जाता है। दक्षिण भारत से लाए गए मलयागिरि चंदन की घिसाई का काम इन दिनों गोस्वामियों द्वारा किया जा रहा है।


इसलिए साल में एक बार होते हैं चरण दर्शन image

बांके बिहारी जी के चरण दर्शन साल में एक बार ही होते हैं, इसके पीछे भी एक कहानी है। कथा के अनुसार, बात करीब 500 साल पहले की है। तब यहां निधिवन में स्वामी हरिदास की भक्ति और साधना से प्रसन्न होकर बांके बिहारी जी प्रकट हुए। तब स्वामी जी ठाकुर जी पूरे तन और मन से ठाकुर जी की सेवा करते थे। प्रभु की सेवा करते-करते उनको आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।

एक बार स्वामी जी ने देखा कि ठाकुर जी के चरणों में एक स्वर्ण मुद्रा रखी है। वे उसी स्वर्ण मुद्रा से प्रभु की सेवा और भोग का इंतजाम किया करते थे। आश्‍चर्य की बात तो यह है कि जब जब स्वामी जी को पैसों की किल्लत होती थी तो ठाकुर जी के चरणों से स्वर्ण मुद्रा मिल जाती थी। सिर्फ इसलिए रोजाना बांके बिहारी जी के चरण के दर्शन नहीं कराए जाते। उनके चरण पोशाक से ढके होते हैं। साल में एक बार ही अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर प्रभु के चरण दर्शन करने का सुनहरा मौका मिलता है।


सोने चांदी की पाजेब पहनते हैं ठाकुर जी image

अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांके बिहारी जी को पायजेब दान की जाती हैं। बताया जाता है कि विवाह योग्य युवती भगवान बांके बिहारी को पायजेब अर्पित करती हैं, तो उसे मनचाहा वर मिलता है। इतना ही नहीं, इस दिन ठाकुर जी दो प्राण एक देह के रूप में भक्‍तों को अद्भुत दर्शन देते हैं।


प्रभु की बरसती है कृपा image

वैसे तो आप सालभर में कभी भी बिहारी जी के दर्शन करने जा सकते हैं। प्रभु हमेशा अपने भक्‍तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। लेकिन आपको अक्षय तृतीया के दिन बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए जाएंगे, तो आप पर प्रभु की बहुत कृपा बरसेगी। ऐसी मान्‍यता है कि भगवान के चरणों के दिव्‍य दर्शन करने से भक्‍तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

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