बचपन में उठा सिर से मां का साया

एरीम कौर जब आठ साल की थीं, तब उनकी मां का ब्रेस्ट कैंसर से निधन हो गया था। उन्हें अपनी मां के लंबे और खूबसूरत बाल याद थे। एरीम की मां के बाल उनकी पहचान थे। वह अपनी मां की तरह दिखना चाहती थीं। मां की मौत के बाद एरीम को अपने बालों की देखभाल करना नहीं आता था। उनके पिता, जो उस समय केवल 29 साल के थे, एक बार उन्हें बाल कटवाने के लिए नाई के पास ले गए। एरीम को अपने बाल बांधना भी नहीं आता था। तब उन्होंने अपनी दादी से मदद मांगी।
दादी से मिला जादुई नुस्खा
एरीम कौर की दादी किशोरावस्था में उनके बालों में अलग-अलग तरह के प्राकृतिक तेल लगाती थीं। धीरे-धीरे उन्हें एक ऐसा मिश्रण मिल गया जो काम करता था। एरीम बड़ी होने पर भी उसी तेल का इस्तेमाल करती रहीं। यही मिश्रण बाद में 'बाय एरीम' तेल का फॉर्मूला बन गया। जैसे ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर करना शुरू किया, ज्यादा लोग उनसे जुड़ने लगे। उन्होंने बिना मां के बड़े होने और धीरे-धीरे खुद की देखभाल करना सीखने के बारे में खुलकर बात की। वह उन लड़कियों या लड़कों को एक आसान तरीका बनाना चाहती थीं जो बिना मां के बड़े हुए हैं। इसलिए उन्होंने अपने पेज पर उस अनुभव के बारे में बात करना शुरू कर दिया।
ऐसे शुरू हुई बंपर कमाई
साल 2019 में जब एरीम के फॉलोअर्स की संख्या 1,00,000 से ज्यादा हो गई तो उन्होंने अपने सोशल मीडिया से पैसे कमाने और 'बाय एरीम' को अपनी मां और दादी दोनों को श्रद्धांजलि के रूप में बनाने का फैसला किया। 'बाय एरीम' ने पहले चार घंटों में 250 बोतलें और जनवरी 2020 में 500 बोतलें बेचीं। उनका ब्रांड सिर्फ ट्रेंड की वजह से नहीं बढ़ा, बल्कि इसलिए बढ़ा क्योंकि लोगों ने उनकी कहानी से जुड़ाव महसूस किया। उनके कई फॉलोअर्स ने उनकी यात्रा शुरू से देखी थी। वे उनका समर्थन करना चाहते थे।
करोड़ों का बना दिया ब्रांड
एरीम का मानना है कि लोग आसानी से बता सकते हैं कि कोई चीज असली है या नकली। उनकी कहानी लाखों लोगों को प्रेरणा देती है। उन्होंने अपनी मां की याद को एक सफल बिजनेस में बदल दिया। उन्होंने दिखाया कि कैसे मुश्किलों का सामना करके भी सफलता हासिल की जा सकती है। उनका ब्रांड 'बाय एरीम' आज करोड़ों की कमाई कर रहा है। ब्रांड ने अब तब 36 करोड़ रुपये की सेल्स की है। एरीम ने अपनी कहानी से यह साबित कर दिया है कि सच्ची प्रेरणा और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
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