मुंबई : बीजेपी लगातार उन लोगों को पार्टी में ले रही है जिनका दलबदल का इतिहास रहा है। ऐसे दलबदलू नेताओं के खिलाफ बीजेपी के निष्ठावान कर्मठ, वफादार, नेताओं, कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों ने बिगुल बजा दिया है। इसकी शुरुआत सोलापुर जिसे से हुई है जहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी के विरोध किया है। उन्होंने साफ किया कि दूसरे दलों के दलबदलू नेताओं को वे अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। विरोध करने वालों ने सोलापुर बीजेपी पार्टी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
बता दें कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव जोर पकड़ रहा है। इस चुनाव को बीजेपी पूरी ताकत से लड़ना चाहती है इसलिए वह दूसरे दलों के उन सभी नेताओं को पार्टी में शामिल करना चाहती है जिसमें तनिक भी मतदाताओं को प्रभावित करने की संभावना है। सोलापुर जिले में चार ऐसे पूर्व विधायक हैं जिनसे बीजेपी को फायदा नजर आ रहा है। बीजेपी पार्टी नेतृत्व को लगता है कि विरोधी दलों के नेताओं को बीजेपी में शामिल कर सामने वाली पार्टी को कमजोर कर दो, ताकि विरोधियों को चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं मिले सके। यहां तक कि उन्हें चुनाव में प्रचार प्रसार करने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं सके। लेकिन पार्टी नेतृत्व का यह रवैया बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के दिल को चोट पहुंचा रही है। राज्य के ग्रामीण विकास और सोलापुर जिले के पालक मंत्री जय कुमार गोरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक दिलीप माने सहित अन्य दूसरे दलों के नेताओं को बीजेपी में शामिल करना चाहते हैं।
जिनके साथ लड़ी लड़ाई उन्हीं के साथ कैसे करें प्रचार
सोलापुर में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध का बिगुल बजाते हुए कहा कि उन्होंने जिन विरोधी दलों के नेताओं के साथ हमेशा लड़ाई लड़ी। अब उनके साथ मंच कैसे शेयर करेंगे और कैसे उनके साथ चुनाव प्रचार करने जाएंगे। या फिर उनका कैसे प्रचार करेंगे ? उनका कहना है कि पार्टी नेतृत्व मुंबई में बैठकर क्या सोचता है पर सोलापुर की स्थिति की सही जानकारी उन्हें नहीं है। बीजेपी के वर्तमान विधायक पार्टी नेतृत्व को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा है कि दिलीप माने अपनी निजी स्वार्थ के लिए बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उनका काम होने के बाद वे बीजेपी छोड़कर चले जाएंगे। इन सभी घटनाक्रमों के कारण सोलापुर बीजेपी के अंदर ही आंतरिक कलह बढ़ गई है।
अजित पवार की एनसीपी अलर्ट
सोलापुर से जैसे ही अजित पवार की एनसीपी को पता चला कि उनकी पार्टी के कुछ लोग बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इस पर कृषि मंत्री दत्ता भरणे को सक्रिय कर दिया है। उनका कहना है कि वे अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात रहे हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि लोग पार्टी को छोड़कर नहीं जाएंगे। कृषि मंत्री भरणे ने दावा किया कि हमारी पार्टी के लोगों का अजित पवार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है।
बता दें कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव जोर पकड़ रहा है। इस चुनाव को बीजेपी पूरी ताकत से लड़ना चाहती है इसलिए वह दूसरे दलों के उन सभी नेताओं को पार्टी में शामिल करना चाहती है जिसमें तनिक भी मतदाताओं को प्रभावित करने की संभावना है। सोलापुर जिले में चार ऐसे पूर्व विधायक हैं जिनसे बीजेपी को फायदा नजर आ रहा है। बीजेपी पार्टी नेतृत्व को लगता है कि विरोधी दलों के नेताओं को बीजेपी में शामिल कर सामने वाली पार्टी को कमजोर कर दो, ताकि विरोधियों को चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं मिले सके। यहां तक कि उन्हें चुनाव में प्रचार प्रसार करने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं सके। लेकिन पार्टी नेतृत्व का यह रवैया बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के दिल को चोट पहुंचा रही है। राज्य के ग्रामीण विकास और सोलापुर जिले के पालक मंत्री जय कुमार गोरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक दिलीप माने सहित अन्य दूसरे दलों के नेताओं को बीजेपी में शामिल करना चाहते हैं।
जिनके साथ लड़ी लड़ाई उन्हीं के साथ कैसे करें प्रचार
सोलापुर में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध का बिगुल बजाते हुए कहा कि उन्होंने जिन विरोधी दलों के नेताओं के साथ हमेशा लड़ाई लड़ी। अब उनके साथ मंच कैसे शेयर करेंगे और कैसे उनके साथ चुनाव प्रचार करने जाएंगे। या फिर उनका कैसे प्रचार करेंगे ? उनका कहना है कि पार्टी नेतृत्व मुंबई में बैठकर क्या सोचता है पर सोलापुर की स्थिति की सही जानकारी उन्हें नहीं है। बीजेपी के वर्तमान विधायक पार्टी नेतृत्व को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा है कि दिलीप माने अपनी निजी स्वार्थ के लिए बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उनका काम होने के बाद वे बीजेपी छोड़कर चले जाएंगे। इन सभी घटनाक्रमों के कारण सोलापुर बीजेपी के अंदर ही आंतरिक कलह बढ़ गई है।
अजित पवार की एनसीपी अलर्ट
सोलापुर से जैसे ही अजित पवार की एनसीपी को पता चला कि उनकी पार्टी के कुछ लोग बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इस पर कृषि मंत्री दत्ता भरणे को सक्रिय कर दिया है। उनका कहना है कि वे अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात रहे हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि लोग पार्टी को छोड़कर नहीं जाएंगे। कृषि मंत्री भरणे ने दावा किया कि हमारी पार्टी के लोगों का अजित पवार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है।
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