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पवन सिंह की पत्नी ज्योति के 'काराकाट' सपने का क्या हुआ? PK के सामने चुनाव लड़ने से क्यों किया इंकार, जानें

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। इसी बीच, भोजपुरी अभिनेता और बीजेपी नेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर से मुलाकात की। ये मुलाकात लगभग 10 मिनट तक चली। इस हाई-प्रोफाइल मीटिंग ने राजनीतिक गलियारों में अटकलों को जन्म दे दिया है। हालांकि, मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने साफ किया कि चर्चा का केंद्र बिंदु राजनीतिक टिकट नहीं, बल्कि व्यक्तिगत न्याय था।





ज्योति सिंह की हुई प्रशांत किशोर से मुलाकातभोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने जनसुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से शेखपुरा स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी, हालांकि ज्योति सिंह ने साफ किया कि उनका उद्देश्य चुनावी राजनीति से जुड़ा नहीं है। प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ज्योति सिंह ने कहा, 'मैं यहां किसी चुनाव में भाग लेने या टिकट के लिए नहीं आई हूं। मेरे साथ जो अन्याय हुआ है, वह किसी और महिला के साथ न हो। मैं उन सभी महिलाओं की आवाज बनना चाहती हूं जो अन्याय का सामना कर रही हैं।' उन्होंने कहा कि वह समाज में महिलाओं के अधिकारों और सम्मान के लिए काम करना चाहती हैं और इसी उद्देश्य से प्रशांत किशोर से मिलने आई थीं।





इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि ज्योति सिंह उनसे दो साल पहले भी कुछ साथियों के साथ मिली थीं और उस समय भी उन्होंने अपने पारिवारिक मामलों में किसी हस्तक्षेप की बात नहीं की थी। उन्होंने स्पष्ट किया, 'जनसुराज पार्टी किसी व्यक्ति विशेष के लिए अपने नियमों में बदलाव नहीं करती। आरा क्षेत्र से पहले ही डॉ. विजय गुप्ता पार्टी उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं, और इसमें अब कोई परिवर्तन नहीं होगा।' उन्होंने प्रशांत किशोर को 'भैया' कहते हुए कहा कि वो एक महिला और बहन के तौर पर न्याय मांगने आई हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव या टिकट को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।





प्रशांत किशोर ने दिया सुरक्षा का आश्वासनजन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी इस मुलाकात पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि ज्योति सिंह ने चुनाव लड़ने की कोई बात नहीं की है, वे केवल अपने साथ हुए अन्याय पर बात करने आई थीं। पीके ने ज्योति सिंह को भरोसा दिलाया कि जन सुराज हमेशा न्याय और सुरक्षा के पक्ष में खड़ा रहेगा और उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि पवन सिंह उनके पुराने परिचित हैं और ये मामला पूरी तरह पारिवारिक है।





टिकट की अटकलों पर पीके का खंडनपत्रकारों ने जब प्रशांत किशोर से पूछा कि क्या वे ज्योति सिंह को आरा से उम्मीदवार बना सकते हैं, तो पीके ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवार पहले ही तय हो चुके हैं और अब किसी भी हाल में बदलाव नहीं किया जाएगा। पीके ने साफ किया कि उनकी ये मुलाकात एक सामाजिक दायित्व के तहत थी। उन्होंने कहा कि जनसुराज निजी मामलों में नहीं पड़ता, लेकिन जहां बात न्याय और सुरक्षा की होगी, वहां वो हमेशा साथ रहेगा।





काराकाट से चुनाव लड़ना चाहती हैं ज्योतिप्रशांत किशोर और ज्योति सिंह भले की चुनाव लड़ने या टिकट को लेकर इंकार किया हो मगर ज्योति की चाहत चुनाव लड़ने की है। वो रोहतास जिले के काराकाट और डिहरी एरिया में काफी ऐक्टिव रहती हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने काराकाट सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की हैं। हाल ही में उनके पति पवन सिंह के साथ पारिवारक विवादों की वजह से सुर्खियों में हैं। वैसे, देखने वाली बात होगी कि ज्योति के 'काराकाट' सपने को प्रशांत किशोर पूरा करते या नहीं?

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