नई दिल्लीः एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में फ्यूल पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे। इसके बाद पायलटों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, जिसके कुछ ही सेकंड बाद विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। 15 पेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘कॉकपिट वॉयस रिकार्डिंग’ में सुना गया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने फ्यूल क्यों बंद किया, तो जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया। इस विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं कि पांच ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब मिलने बाकी हैं।
जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया है?लंदन जाने वाले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही गति खोनी शुरू कर दी और वह एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर बाकी सभी की मौत हो गई थी।
इस विमान दुर्घटना में यात्री और चालक दल के सदस्यों के अलावा 19 और लोग मारे गए थे। यह एक दशक में सबसे घातक विमान दुर्घटना थी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच (जिनका उपयोग इंजनों को बंद करने के लिए किया जाता है) उड़ान भरने के तुरंत बाद ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे। हालांकि, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि यह कैसे हुआ या यह किसने किया।
लगभग 10 सेकंड बाद, इंजन 1 का ईंधन कटऑफ स्विच अपनी तथाकथित ‘रन’ स्थिति में चला गया और उसके चार सेकंड बाद इंजन 2 भी ‘रन’ स्थिति में आ गया। पायलट दोनों इंजनों को फिर से चालू करने में कामयाब रहे, लेकिन केवल इंजन 1 ही ठीक हो पाया, जबकि इंजन 2 गति बढ़ाने के लिए पर्याप्त शक्ति उत्पन्न नहीं कर पाया।
पायलटों में से एक ने संकटकालीन चेतावनी ‘मे डे, मे डे, मे डे’ जारी की, लेकिन इससे पहले कि हवाई यातायात नियंत्रकों को कोई प्रतिक्रिया मिल पाती, विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे की सीमा के ठीक बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह कुछ पेड़ों को छूते हुए एक छात्रावास में जा गिरा। रिपोर्ट के अनुसार, जब विमान ने उड़ान भरी उस समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था और कप्तान निगरानी कर रहा था।
फिलहाल कार्रवाई की कोई सिफारिश नहींएएआईबी द्वारा शनिवार को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया कि विमान के ऑपरेटरों के लिए फिलहाल कार्रवाई की कोई सिफारिश नहीं की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इंजन ‘एन1’ और ‘एन2’ की फ्यूल सप्लाई बंद होने के कारण उनकी क्षमता में गिरावट आनी शुरू हो गई।
विमान के उड़ान भरने के लगभग तुरंत बाद की सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि ‘रैम एयर टर्बाइन’ (आरएटी) नामक ‘बैकअप’ ऊर्जा स्रोत सक्रिय हो गया था, जो इंजन में ऊर्जा की कमी का संकेत देता है।
वो 5 सवाल जिनके जवाब मिलने बाकी हैं रिपोर्ट ने कॉकपिट में दोनों पायलटों के बीच हुई बातचीत का केवल सीमित विवरण है। यह स्पष्ट नहीं है कि उड़ान के दौरान स्विच ‘कटऑफ’ स्थिति में कैसे आ गए। ‘कटऑफ’ की स्थिति में फ्यूल की सप्लाई तत्काल बंद हो जाती है और यह सामान्यता विमान के हवाई अड्डा गेट पर पहुंचने के बाद इंजन बंद करने या कुछ आपात स्थितियों, जैसे इंजन में आग लगने में किया जाता है। रिपोर्ट में ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया कि ऐसी कोई आपात स्थिति थी। वो पांच सवाल जिनके जवाब मिलने बाकी है। पहला, फ्यूल कंट्रोल स्विच के अचानक बंद होने की क्या वजह थी?, दूसरा- क्या पायलटों में से किसी एक ने अचानक फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद किया था?, तीसरा- प्लेन की मेंटिनेंस के दौरान कुछ गड़बड़ी तो नहीं हुई थी?, चौथा-टेकऑफ के बाद लैंडिंग गियर वापस अंदर क्यों नहीं हुआ?, पांचवा सवाल-कॉकपिट का वीडियो क्यों नहीं है? स्विच ऑफ कैसे हुआ पता चलता।
जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया है?लंदन जाने वाले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही गति खोनी शुरू कर दी और वह एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर बाकी सभी की मौत हो गई थी।
इस विमान दुर्घटना में यात्री और चालक दल के सदस्यों के अलावा 19 और लोग मारे गए थे। यह एक दशक में सबसे घातक विमान दुर्घटना थी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच (जिनका उपयोग इंजनों को बंद करने के लिए किया जाता है) उड़ान भरने के तुरंत बाद ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे। हालांकि, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि यह कैसे हुआ या यह किसने किया।
लगभग 10 सेकंड बाद, इंजन 1 का ईंधन कटऑफ स्विच अपनी तथाकथित ‘रन’ स्थिति में चला गया और उसके चार सेकंड बाद इंजन 2 भी ‘रन’ स्थिति में आ गया। पायलट दोनों इंजनों को फिर से चालू करने में कामयाब रहे, लेकिन केवल इंजन 1 ही ठीक हो पाया, जबकि इंजन 2 गति बढ़ाने के लिए पर्याप्त शक्ति उत्पन्न नहीं कर पाया।
पायलटों में से एक ने संकटकालीन चेतावनी ‘मे डे, मे डे, मे डे’ जारी की, लेकिन इससे पहले कि हवाई यातायात नियंत्रकों को कोई प्रतिक्रिया मिल पाती, विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे की सीमा के ठीक बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह कुछ पेड़ों को छूते हुए एक छात्रावास में जा गिरा। रिपोर्ट के अनुसार, जब विमान ने उड़ान भरी उस समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था और कप्तान निगरानी कर रहा था।
फिलहाल कार्रवाई की कोई सिफारिश नहींएएआईबी द्वारा शनिवार को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया कि विमान के ऑपरेटरों के लिए फिलहाल कार्रवाई की कोई सिफारिश नहीं की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इंजन ‘एन1’ और ‘एन2’ की फ्यूल सप्लाई बंद होने के कारण उनकी क्षमता में गिरावट आनी शुरू हो गई।
विमान के उड़ान भरने के लगभग तुरंत बाद की सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि ‘रैम एयर टर्बाइन’ (आरएटी) नामक ‘बैकअप’ ऊर्जा स्रोत सक्रिय हो गया था, जो इंजन में ऊर्जा की कमी का संकेत देता है।
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