सुमित शर्मा, कानपुर: यूपी के कानपुर में लाउडस्पीकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लाउडस्पीकर विवाद को लेकर पुलिस, बीजेपी कार्यकर्ता और हिंदू संगठन आमने-सामने हैं। लाउडस्पीकर को लेकर रावतपुर गांव में शनिवार रात को हुए विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। सोमवार को बीजेपी कार्यकर्ता और हिंदू संगठन के लोग फजलगंज थाने में धरने पर बैठ गए। ढोल-मंजीरों के साथ भजन-कीर्तन करने लगे। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी। दरअसल, फजलगंज पुलिस ने भी लाउडस्पीकरों लदी हुई गाड़ियों को जब्त किया था।बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने लाउडस्पीकर से लदे हुए लोडरों को छोड़ने का आश्वासन दिया था, लेकिन पुलिस ने लोडर नहीं छोड़ा, जबकि लोडर चालक पार्टी का कार्यकर्ता है। बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक लोडर नहीं छूटेगा, तब तक धरना स्थल से हटने वाले नहीं हैं। एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उनकी बात नहीं सुनी। एसीपी के मुताबिक, लोडर रविवार रात को ही सीज कर दिया गया था। लोडर अब कोर्ट से ही छूट सकता है। जवारे से लौट रहा था लोडर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जब लोडर सीज होने की भनक लगी, तो सभी थाने में ही धरने पर बैठ गए। साहू नगर निवासी मोहित लोडर चालक हैं। मोहित का कहना है कि शनिवार को देवी मां के मंदिर से जवारे का कार्यक्रम निपटा का लौट रहा था। लोडर पर डीजे स्पीकर लदे हुए थे। फजलगंज डिपो के पास पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया और गाली-गलौज की। पीड़ित लोडर चालक का आरोप है कि उसकी जेब 1500 रुपये पड़े थे। उन्होंने रुपये निकाल लिए और भगा दिया। लोडर चालक बीजेपी का कार्यकर्ता निकला। लोडर छूटने का पुलिस देती रही आश्वासन लोडर चालक ने पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्ष अरविंद सिंह को घटना की जानकारी दी। बीजेपी नेता अरविंद सिंह ने शनिवार को ही पुलिस से बात की, तो आश्वासन मिला कि लोडर थोड़ी देर में छूट जाएगा। रविवार को इंस्पेक्टर से बात की गई, तो उन्होंने भी कहा कि कुछ देर में लोडर छूट जाएगा। इसके बाद भी लोडर नहीं छूटा। सोमवार को अरविंद सिंह कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन मिलकर सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने लोडर किया सीज पूर्व मंडल अध्यक्ष का कहना है कि हम लोग एक-एक घर जाकर कार्यकर्ता बनाते हैं, लेकिन पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है। हम लोग थाने से तब तक नहीं उठेंगे, जब तक लोडर छूट नहीं जाता है। एसीपी स्वरूप नगर का कहना है कि लोडर रविवार को ही सीज कर दिया गया था। सभी को इसकी जानकारी दे दी गई है। अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
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