हम भारतीयों की थाली बिना चावल और रोटी के अधूरी मानी जाती है। किसी दिन दाल-चावल खा लिए तो दूसरे दिन सब्ज़ी-रोटी जरूरी लगती है, और कई बार हम स्वाद के चक्कर में दोनों को एक ही समय पर प्लेट में परोस लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आदत धीरे-धीरे आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है?
हाल ही में एक्सपर्ट अंशु गुप्ता ने बताया कि चावल और रोटी दोनों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। जब हम इन्हें एक साथ खाते हैं, तो शरीर में ब्लड शुगर का स्तर अचानक बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज, मोटापा और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए ये जरूरी हो जाता है कि हम अपनी डेली डाइट में संतुलन बनाए रखें। सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि समझदारी से खाएं ताकि सेहत बरकरार रहे। आइए जानते हैं कि चावल और रोटी को साथ खाने से होने वाले नुकसानों से कैसे बचा जा सकता है, और क्या हैं इस आदत के हेल्दी विकल्प। (Photo Credit): iStock
कार्बोहाइड्रेट का डबल डोज़ – नुकसान का पहला कारण
चावल और रोटी दोनों ही रिफाइंड या हाई-कार्ब फूड्स माने जाते हैं। जब आप इन दोनों को एक साथ खाते हैं, तो शरीर को एक साथ भारी मात्रा में ग्लूकोज़ मिलता है। इससे न सिर्फ ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है, बल्कि पैंक्रियाज पर दबाव भी बढ़ जाता है, जिससे इंसुलिन का सही स्तर बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह कॉम्बिनेशन खतरनाक हो सकता है।
मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है असर
दोनों फूड्स एक साथ खाने से शरीर को पचाने में अधिक समय और ऊर्जा लगती है। इससे मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा होता है। अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं, तो इस आदत को बदलना बेहद ज़रूरी है। चावल और रोटी में से किसी एक को चुनना मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखने में मदद कर सकता है।
रोटी और चावल साथ क्यों नहीं खाने चाहिए
डाइजेशन में रुकावट और गैस की समस्या

रोटी और चावल साथ खाने से डाइजेशन की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। इससे पेट भारी लगता है, गैस बनती है और अपच की समस्या भी हो सकती है। खासतौर पर रात के समय इस कॉम्बिनेशन से बचना चाहिए, क्योंकि रात में पाचन तंत्र धीमा होता है।
अनवांटेड कैलोरीज़ से बढ़ता है मोटापा
जब आप दोनों को एक साथ खाते हैं, तो कैलोरी इनटेक भी डबल हो जाता है। अगर आप शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं या वर्कआउट नहीं करते, तो ये अतिरिक्त कैलोरी चर्बी के रूप में जमा हो सकती हैं। लंबे समय तक यह मोटापे और उससे जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकती है।
स्मार्ट विकल्प – चावल और रोटी को बदलें बेहतर विकल्पों से
अगर आपको दोनों में से कोई पसंद है, तो आप उसका हेल्दी वर्जन चुन सकते हैं। जैसे ब्राउन राइस या मल्टीग्रेन रोटी। आप एक समय चावल और दूसरे समय रोटी खाकर संतुलन बना सकते हैं। साथ ही भरपूर फाइबर वाली सब्ज़ियां और प्रोटीन शामिल करें ताकि डाइट में बैलेंस बना रहे।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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