भिंड: लहार तहसील के ग्राम नकारा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां रात में मां के साथ सो रहे दो मासूम बच्चों की सांप के काटने से मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर है और पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
दो बच्चों की मौत
जानकारी के अनुसार यह दर्दनाक हादसा उस वक्त हुआ जब 4 वर्षीय बड़ा बेटा और 2 वर्षीय छोटा बेटा अपनी मां के साथ घर में सो रहे थे। रात को एक जहरीला सांप घर में घुस आया और सोते हुए बड़े बेटे के हाथ से लिपट गया। जब मां की नींद खुली और उसने बेटे को बचाने की कोशिश की, तभी सांप ने छोटे बेटे के पैर पर भी हमला कर दिया।
सरकारी अस्पताल पहुंचाया
मां ने हिम्मत दिखाते हुए बच्चों को तत्काल उठाकर ग्रामीणों की मदद से लहार के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों मासूमों को मृत घोषित कर दिया।
परिवार में छाया मातम
बच्चों की पहचान नकारा गांव निवासी सतीश कुमार शाक्य के बेटों के रूप में हुई है, जिनमें बड़ा बेटा मात्र 4 साल का था, जबकि छोटा बेटा केवल 2 वर्ष का था। बच्चों की मौत से परिवार में मातम छाया हुआ है और मां साधना शाक्य सदमे में है। उसने बच्चों को बचाने का हरसंभव प्रयास किया लेकिन विष का असर इतना तेज था कि कोई उपाय कारगर साबित नहीं हो सका। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले भी सांप निकलने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इतने बड़े हादसे ने पूरे गांव को हिला दिया है।
दो बच्चों की मौत
जानकारी के अनुसार यह दर्दनाक हादसा उस वक्त हुआ जब 4 वर्षीय बड़ा बेटा और 2 वर्षीय छोटा बेटा अपनी मां के साथ घर में सो रहे थे। रात को एक जहरीला सांप घर में घुस आया और सोते हुए बड़े बेटे के हाथ से लिपट गया। जब मां की नींद खुली और उसने बेटे को बचाने की कोशिश की, तभी सांप ने छोटे बेटे के पैर पर भी हमला कर दिया।
सरकारी अस्पताल पहुंचाया
मां ने हिम्मत दिखाते हुए बच्चों को तत्काल उठाकर ग्रामीणों की मदद से लहार के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों मासूमों को मृत घोषित कर दिया।
परिवार में छाया मातम
बच्चों की पहचान नकारा गांव निवासी सतीश कुमार शाक्य के बेटों के रूप में हुई है, जिनमें बड़ा बेटा मात्र 4 साल का था, जबकि छोटा बेटा केवल 2 वर्ष का था। बच्चों की मौत से परिवार में मातम छाया हुआ है और मां साधना शाक्य सदमे में है। उसने बच्चों को बचाने का हरसंभव प्रयास किया लेकिन विष का असर इतना तेज था कि कोई उपाय कारगर साबित नहीं हो सका। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले भी सांप निकलने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इतने बड़े हादसे ने पूरे गांव को हिला दिया है।
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