Next Story
Newszop

नाती की बर्थडे पार्टी के बाद खाटू श्याम का था प्लान, दादा-दादी, बेटे-बहू, 6 माह की बच्ची समेत पूरा परिवार खत्म

Send Push
लखनऊ: खाटू श्याम मंदिर जा रहे ठाकुरगंज के एक ही परिवार के पांच सदस्यों की रविवार सुबह जयपुर में सड़क हादसे में मौत हो गई। खबर आते ही यहां घर और आसपास शोक की लहर छा गई। परिवारीजन तुरंत ही जयपुर के लिए रवाना हो गए। जयपुर पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।ठाकुरगंज के मुसाहबगंज निवासी सत्य प्रकाश वर्मा (62) निजी कंपनी में इंजिनियर थे। वह पत्नी रमा देवी (55), बड़े बेटे हिमांशु, बहू ज्योती, छोटे बेटे अभिषेक (35), छोटी बहू प्रियांशी (30), पौत्र दिव्यांशु और छह माह की पौत्री श्री के साथ रहते थे। शनिवार को सत्य प्रकाश की बेटी सिंपल के बेटे जियांशु का जन्मदिन था। नाती की बर्थ-डे पार्टी में वह पत्नी रमा, बहू प्रियांशी और पोती श्री के साथ कार से मैनपुरी गए थे, जबकि बेटा अभिषेक दिल्ली से वहां पहुंचा।बर्थ-डे पार्टी के दौरान उन्होंने अगले दो दिन छुट्टी होने के कारण जयपुर के खाटू श्याम मंदिर में दर्शन का प्लान बना लिया। रविवार सुबह करीब पांच बजे अभिषेक कार से पिता सत्य प्रकाश, मां रमा, पत्नी प्रियांशी और बेटी श्री के साथ निकला। सत्य प्रकाश की बेटी सिंपल बेटे जियांशु और पति मयंक के साथ दूसरी कार में थी। ओवरटेक करने के दौरान हुई दुर्घटनाजानकारी के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे जयपुर जमवारामगढ़ मनोहरपुर दौसा हाई-वे पर अभिषेक एक वाहन को ओवरटेक करने लगा। इस दौरान उसकी कार सामने से आ रहे टेलर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रेलर सड़क के नीचे उतरकर पलट गया, जबकि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसा देख मौके पर स्थानीय लोग जुट गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन तब तक पांचों लोगों की मौत हो चुकी थी। पीछे चल रहे मयंक ने हिमांशु को लखनऊ फोन कर हादसे की सूचना दी। BO‌B में मैनेजर थी प्रियांशीअभिषेक की पत्नी प्रियांशी बैंक ऑफ बड़ौदा गोमतीनगर ब्रांच की मैनेजर थी। भाई हिमांशु प्राइवेट जॉब करता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सत्य प्रकाश और उनकी पत्नी रमा धार्मिक विचार के थे। दोनों का ही स्वभाव बड़ा मिलनसार था। बेटी का नहीं किया था नामकरणसत्य प्रकाश के चचेरे नाती आयुष ने बताया कि अभिषेक और प्रियांशी की शादी 29 नवंबर 2022 में हुई थी। छह माह पूर्व प्रियांशी ने बेटी को जन्म दिया था। बेटी का नामकरण नहीं हुआ था। पूरा परिवार उसे प्यार से श्री कहकर बुलाता था।
Loving Newspoint? Download the app now