नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में पास होने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को मंजूरी दे दी है। संसद में इस विधेयक पर लंबी बहस भी हुई। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वकीलों का एक समूह सड़क पर विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वकील भी वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में उतर आए हैं। सजग टीम की पड़ताल में यह दावा झूठा पाया गया। सोशल मीडिया का दावासोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर वीडियो को शेयर करते हुए नेशन मुस्लिम नाम के हैंडल ने लिखा है, 'वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ वकील सड़क जाम कर भारी तादाद में प्रोटेस्ट कर रहे हैं। वकीलों का नारा, संसद के दम पर तानाशाही नहीं चलेगी, अपना काला कानून वापस लो'। देखिए ट्वीट-वीडियो को शेयर करते हुए विनेश फोगाट नाम के एक्स हैंडल से लिखा गया है, 'वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ वकीलों ने रोड जाम कर दिया है, भारी तादाद में प्रोटेस्ट कर रहे हैं। 2014 से लेकर मोदी जी ने देश के लोगों को चैन से नहीं रहने दिया है। किसानों को रोड पर ला दिया, पहलवानों को भी रोड पर ला दिया है। भला करे देश का।' देखिए पोस्ट-इसी तरह की पोस्ट वसीम लाहौरी और ASIF IYI नाम के एक्स हैंडल से भी वीडियो को शेयर करते हुए लिखी गई है। क्या है सच्चाई?सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने इसके कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से तलाशा। सर्च में हमें Advocatus Ordinarius नाम के एक यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो 22 फरवरी 2025 को अपलोड हुआ मिला। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, 'अधिवक्ता संशोधन अधिनियम 2025 का विरोध शुरू हो गया है'। देखिए-
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड के साथ इस खबर को इंटरनेट पर तलाशा, जहां हमें कुछ खबरों के लिंक मिले। इन खबरों की पड़ताल से पता चला कि जिस वीडियो को वक्फ बिल के विरोध से जुड़ा हुआ बताकर वायरल किया जा रहा है, वह वास्तव में अधिवक्ता संशोधन अधिनियम के खिलाफ वकीलों के विरोध-प्रदर्शन का है।सर्च में मिली, 17 फरवरी 2025 की लॉ चक्र की खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार की तरफ से प्रस्तावित एडवोकेट अमेंडमेंट बिल 2025 का दिल्ली के वकीलों ने विरोध किया है। दिल्ली के सभी बार एसोसिएशनों की समन्वय समिति ने 17 फरवरी 2025 को इस बिल के खिलाफ हड़ताल का आह्वान किया है। वकीलों का मानना है कि यह बिल अन्यायपूर्ण और पक्षपातपूर्ण है। वायरल वीडियो से जुड़ी यही जानकारी हमें 17 फरवरी 2025 की एएनआई की खबर में भी मिली। निष्कर्षसोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को वक्फ बिल के विरोध का बताया जा रहा है। सजग टीम की पड़ताल में पता चला कि यह वीडियो लगभग एक महीने पुराना है और एडवोकेट अमेंडमेंट बिल 2025 के खिलाफ वकीलों के विरोध-प्रदर्शन का है। सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा झूठा निकला।
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