बादाम को सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। यह विटामिन, मिनरल, और हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है और हृदय स्वास्थ्य, दिमागी क्षमता और वजन नियंत्रण में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम का अत्यधिक या अनुचित सेवन आपके लीवर (जिगर) के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है? विशेषज्ञों की मानें तो बादाम खाने के दौरान कुछ जरूरी सावधानियां बरतना बेहद आवश्यक है ताकि लीवर संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।
बादाम के फायदे और नुकसान
बादाम में मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो हृदय की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इसके अलावा, विटामिन E, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करती है।
लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो जब बादाम की मात्रा नियंत्रण से बाहर हो जाए, तो इसका असर लीवर पर पड़ सकता है।
लीवर पर पड़ने वाले प्रभाव
लीवर शरीर का वह अंग है जो भोजन से मिलने वाले पोषक तत्वों को संसाधित करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। अत्यधिक फैट और ऑक्सीकरण से लीवर पर दबाव बढ़ सकता है।
फैटी लीवर (Fatty Liver) का खतरा: बादाम में उच्च मात्रा में कैलोरी और फैट होते हैं। अत्यधिक सेवन से फैटी लीवर की समस्या हो सकती है, जो लीवर के कार्य में बाधा डालती है।
पाचन में दिक्कतें: ज्यादा बादाम खाने से पाचन तंत्र पर भी प्रभाव पड़ता है, जिससे गैस, अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
एलर्जी और इन्फ्लेमेशन: कुछ लोगों को बादाम से एलर्जी हो सकती है, जो लीवर समेत अन्य अंगों पर भी प्रतिकूल असर डालती है।
विशेषज्ञों की सलाह
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. बताती हैं,
“बादाम के स्वास्थ्य लाभों को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन हर चीज की सीमित मात्रा में सेवन जरूरी है। दिन में 6-7 बादाम पर्याप्त हैं। इससे अधिक खाने पर लीवर और पाचन प्रणाली पर बुरा असर हो सकता है।”
बादाम खाने की सावधानियां
मात्रा का ध्यान रखें: रोजाना 6-7 बादाम से अधिक न खाएं।
भिगोकर खाएं: भिगोए हुए बादाम आसानी से पचते हैं और शरीर पर बेहतर प्रभाव डालते हैं।
ताजगी जांचें: खराब या सड़े हुए बादाम से बचें क्योंकि ये लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अन्य फैटी फूड्स के साथ संयम: बादाम के साथ अधिक फैटयुक्त खाद्य पदार्थ खाने से बचें।
एलर्जी की जांच: यदि बादाम खाने पर किसी तरह की एलर्जी या पेट दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किन लोगों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए?
लीवर रोग से पीड़ित: जिनका लीवर पहले से कमजोर है, उन्हें बादाम की मात्रा कम करनी चाहिए।
मधुमेह रोगी: बादाम में कैलोरी होती है, इसलिए मधुमेह रोगी संतुलित मात्रा में सेवन करें।
बच्चे और बुजुर्ग: इनके लिए भी सीमित मात्रा ही बेहतर होती है।
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