ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंधों में नजदीकी बढ़ती दिख रही है। इसका ताजा संकेत अमेरिका-पाकिस्तान की मिसाइल डील से सामने आया है। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान को अमेरिका से AIM-120 एडवांस मिडिल रेंज हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (AMRAAM) मिलने की संभावना है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका के युद्ध मंत्रालय (DoW) द्वारा हाल ही में नोटिफाई किए गए हथियारों के एग्रीमेंट में पाकिस्तान का नाम शामिल है।
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, नोटिफिकेशन में बताया गया कि “इस एग्रीमेंट में ब्रिटेन, पोलैंड, पाकिस्तान, जर्मनी, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, रोमानिया, कतर, ओमान, कोरिया, यूनान, स्विट्जरलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, जापान, स्लोवाकिया, डेनमार्क, कनाडा, बेल्जियम, बहरीन, सऊदी अरब, इटली, नॉर्वे, स्पेन, कुवैत, फिनलैंड, स्वीडन, ताइवान, लिथुआनिया, इजरायल, बुल्गारिया, हंगरी और तुर्की को विदेशी सैन्य बिक्री शामिल है।”
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तान को कितनी AIM-120 AMRAAM मिसाइलें मिलेंगी, लेकिन इससे पाकिस्तानी वायुसेना के F-16 बेड़े के अपग्रेड होने की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
ट्रंप, शहबाज और आसीम की बैठक के बाद डील चर्चा में
यह डील अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की बैठक के कुछ ही दिनों बाद सामने आई। बैठक में ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में मदद की है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अनुबंध अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रणनीतिक नजदीकी का संकेत देता है और अमेरिका इस डील के माध्यम से चीन और रूस के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना चाहता है।
F-16 फाइटर जेट्स का अपग्रेड और अटकलें
इस मिसाइल सौदे के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान अपने F-16 फाइटर जेट बेड़े को अपग्रेड कर सकता है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, AIM-120 AMRAAM मिसाइलें F-16 विमानों में इस्तेमाल की जा सकती हैं। फरवरी 2019 में भारत और पाकिस्तान के बीच हवाई झड़प के दौरान पाकिस्तान ने भारतीय विमानों पर इसी मिसाइल का इस्तेमाल किया था। अब यह सौदा F-16 की क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
AIM-120C8 मिसाइल की तकनीकी खूबियाँ
AIM-120C8, AIM-120D का नया वर्जन है, जो मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है और इसे रेथियॉन (अब RTX Corporation) द्वारा निर्मित किया जाता है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
रेंज: 160 से 180 किलोमीटर, लॉन्च प्लेटफॉर्म पर निर्भर
स्पीड: लगभग मैक 4, यानी आवाज की गति से चार गुना तेज
गाइडेंस: एक्टिव रडार होमिंग सिस्टम, जो सटीक लक्ष्य साधने में मदद करता है
क्षमता: एक साथ कई हवाई लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता
यह मिसाइल F-15, F-16, F/A-18, F-22, Eurofighter Typhoon, Gripen, Tornado और F-35 जैसे विमानों के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, इसे NASAMS (National Advanced Surface-to-Air Missile System) जैसे जमीनी एयर डिफेंस सिस्टम में भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसे अमेरिका, नॉर्वे, पोलैंड और यूक्रेन द्वारा अपनाया गया है।
भारत के लिए इस सौदे का अर्थ
यह संभावित डील भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। पाकिस्तान को AIM-120 मिसाइलें और F-16 अपग्रेड मिलने से उसकी हवाई शक्ति में सुधार होगा। हालांकि भारत के पास पहले से ही राफेल और सुखोई-30MKI जैसे एडवांस फाइटर हैं, जिनमें Meteor मिसाइल का इस्तेमाल होता है, लेकिन पाकिस्तान-अमेरिका की यह संभावित मिसाइल डील क्षेत्रीय शक्ति संतुलन पर नया दबाव डाल सकती है।
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