बेंगलुरु, 17 अप्रैल . कर्नाटक के कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने गुरुवार को केंद्र की बीजेपी सरकार और राज्यपाल पर तीखा हमला बोला. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की सरकार ने आम आदमी का जीना मुश्किल कर दिया है.
उन्होंने पेट्रोल, डीजल, गैस, सरकारी चावल की बढ़ती कीमतों और जीएसटी को लेकर सरकार की आलोचना की. अरशद ने आरोप लगाया कि इन नीतियों का फायदा बड़े उद्योगपतियों को मिल रहा है, जबकि आम लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं.
अरशद ने कहा, “पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट महंगा हो रहा है, जिसका असर सब्जियों और जरूरी चीजों की कीमतों पर पड़ता है. जीएसटी को 18 फीसद से 28 फीसद तक बढ़ाया गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम कम होने के बावजूद भारत में पेट्रोल-डीजल महंगा हो रहा है. इसके लिए बीजेपी और मोदी सरकार जिम्मेदार हैं.”
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की नीतियां आम आदमी का “गला घोंट” रही हैं और कांग्रेस इसके खिलाफ आवाज उठाती रहेगी.
कर्नाटक के राज्यपाल पर भी अरशद ने निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल बीजेपी के “एजेंट” की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने बैकवर्ड क्लासेस के लिए 4 फीसद आरक्षण के मुद्दे पर राज्यपाल के रवैये की आलोचना की.
अरशद ने कहा कि यह आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि बैकवर्ड क्लास कमीशन की कैटेगरी 2 बी के तहत दिया गया है, जो एससी-एसटी और अन्य पिछड़े वर्गों को भी मिलता है. फिर भी, राज्यपाल ने इस मुद्दे को राष्ट्रपति के पास भेज दिया.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में गवर्नरों को इस तरह के रवैये के लिए फटकार लगाई है.
अरशद ने चेतावनी दी कि अगर गवर्नर अपनी कार्यशैली नहीं सुधारेंगे और बीजेपी के कार्यकर्ता की तरह काम करते रहेंगे, तो कांग्रेस को सड़कों पर उतरकर विरोध करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, “हर राज्य में गवर्नर अगर बीजेपी के इशारे पर काम करेंगे, तो यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.”
कांग्रेस विधायक ने बीजेपी से सवाल किया कि वह आम आदमी की परेशानियों को समझे और महंगाई पर काबू पाए.
उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज उठाती रहेगी और बीजेपी की “जनविरोधी” नीतियों का विरोध करेगी.
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एसएचके/
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