शहडोल, 13 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) आज गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक मजबूत सहारा बन रही है. इस योजना का असर शहडोल जिले में भी दिखाई दे रहा है, जहां कई ऐसे परिवार हैं, जिन्होंने अपने किसी प्रियजन को खोने के बाद योजना के तहत मिली बीमा राशि से इलाज के कर्ज चुकाए और अपने जीवन को दोबारा पटरी पर लाया.
ग्राम भेलवा डोमरी की मृतका फूलमती बैगा के लाभार्थी पति बालमुकुंद बैगा ने के साथ बातचीत में बताया, “मेरी पत्नी का खाता सेंट्रल बैंक में खुला था. बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई थी. सरकार की जीवन ज्योति बीमा योजना उनके नाम से थी. उसी के तहत मैंने नॉमिनी के रूप में दो लाख रुपए प्राप्त किए हैं. बीमारी के दौरान मेरे ऊपर कुछ कर्ज हो गए थे, जिसे मैंने प्राप्त पैसे से चुकाया है और उसी पैसे से मैं भी अपना इलाज करा रहा हूं. जो पैसे बचे थे, उससे मैं अपना जीवनयापन कर रहा हूं. इस योजना के लिए मैं मोदी सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं.”
दूसरे लाभार्थी अभिनेश सिंह चौहान (कविता सिंह चौहान के भाई) ने कहा, “मैं शहडोल निवासी हूं. मेरी बहन कविता सिंह चौहान शहडोल में ही मेरे साथ रहती थी. उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी. जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो चिकित्सकों ने बाहर ले जाने की सलाह दी. उन्हें बाहर ले जाया गया, लेकिन कविता की जान नहीं बच सकी. जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत उनका सेंट्रल बैंक में खाता था, जिसमें उनका प्रीमियम कटता था. मैं उनके खाते का नॉमिनी था. प्रीमियम क्लेम करने के लिए हमने अप्लाई किया, जिसके तहत 2 लाख रुपए मिले. मेरे ऊपर दवाइयों और बाहरी इलाज का खर्चा बढ़ गया था. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के जरिए जो राशि मिली, उससे हमने सारे कर्जे चुकाए. इसके लिए प्रधानमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं.”
वहीं, सेंट्रल बैंक शहडोल के रीजनल मैनेजर अभियंक शर्मा ने योजना की जानकारी देते हुए बताया, “जीवन ज्योति योजना भारत सरकार द्वारा चालू की गई. इसमें 18 से 50 साल के लोगों को बीमा के दायरे में जोड़ने की कोशिश की गई है, जिसमें 436 रुपए की न्यूनतम प्रीमियम देकर दो लाख रुपए का बीमा प्राप्त कर सकते हैं. किसी भी प्रकार की नॉर्मल एक्सीडेंटल मृत्यु होने पर आप बीमा को क्लेम कर सकते हैं. यह योजना भारत सरकार की बहुत ही दूरदर्शी योजना है. इस योजना के तहत कई लोग लाभान्वित हो रहे हैं.”
बता दें कि 9 मई 2015 को कोलकाता से इस योजना की शुरुआत की गई थी. इसका उद्देश्य है कि देश के हर नागरिक को बहुत ही कम खर्च में जीवन बीमा की सुविधा मिले और किसी दुर्घटना या बीमारी से हुई मौत के बाद उनके परिवार की आर्थिक मदद की जा सके.
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वीकेयू/एबीएम
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