नई दिल्ली, 15 अप्रैल . भारत और इटली के बीच रक्षा सहयोग व रक्षा संबंधों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई है. यह चर्चा इटली की राजधानी रोम में हुई. भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने 14 व 15 अप्रैल को दौरान इटली की राजधानी रोम का आधिकारिक दौरा किया. इस दौरान दोनों देशों ने समुद्री सहयोग, लाल सागर (रेड सी) और पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति पर विचार-विमर्श किया.
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने अपनी यात्रा की शुरुआत इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेट्टो से शिष्टाचार भेंट के साथ की. इस बैठक में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चा हुई. इस यात्रा के दौरान रक्षा सचिव ने अपनी समकक्ष इटली की सेक्रेटरी जनरल ऑफ डिफेंस, लुइसा रिक्कार्डी के साथ 11वीं भारत-इटली वार्षिक द्विपक्षीय संयुक्त रक्षा समिति बैठक की सह-अध्यक्षता की.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस बैठक में समुद्री सहयोग, सूचना साझा करने की व्यवस्थाएं, और ट्रांस रीजनल मैरीटाइम नेटवर्क जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. इसके अलावा, रेड सी और पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति पर भी विचार-विमर्श हुआ. यहां इटली में इन मुलाकातों के दौरान रक्षा सचिव राजेश सिंह ने तकनीक और हथियार निर्माण में घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया. उन्होंने इसे भारत की प्राथमिकता बताया.
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत सरकार घरेलू रक्षा उत्पादन और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत स्तर पर सक्रिय पहल कर रही है. भारत सरकार की इस पहल से एक सशक्त औद्योगिक और नवाचार-आधारित पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हो रहा है.
भारत-इटली रक्षा उद्योग राउंड टेबल में अपने मुख्य भाषण के दौरान रक्षा सचिव ने बताया कि भारतीय रक्षा उद्योग ने हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण सुधारों के माध्यम से उल्लेखनीय प्रगति की है. इन सुधारों ने पारदर्शिता, पूर्वानुमेयता और व्यापार में सुगमता जैसे तत्वों के माध्यम से उद्योग के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाया गया है. यात्रा के दौरान एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन भी हस्ताक्षरित किया गया. यह समझौता भारतीय रक्षा उत्पादक संघ और इटली के एयरोस्पेस, रक्षा और सुरक्षा कंपनियों के महासंघ के बीच हुआ.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है. रक्षा सचिव के साथ एक उच्चस्तरीय रक्षा मंत्रालय का प्रतिनिधिमंडल भी रोम गया था. इसमें सेवा मुख्यालय, रक्षा विभाग और रक्षा उत्पादन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. इसके अतिरिक्त, एक बड़ा औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल भी इस दौरे में शामिल था, जिसका उद्देश्य भारत और इटली के रक्षा उद्योगों के बीच बी-टू-बी साझेदारी को मजबूत करना था.
रक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह दौरा भारत और इटली के बीच रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ है.
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जीसीबी/
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