नई दिल्ली, 13 नवंबर . मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर ने कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में लग्जरी कारों की बढ़ती मांग के कारण कंपनी की बिक्री में इस साल दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की जाएगी.
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अब एफ1 हाइब्रिड तकनीक से लैस अपना नया ‘एएमजी सी 63 एस ई परफॉरमेंस’ मॉडल लॉन्च किया है, जिसकी कीमत 1.95 करोड़ रुपये है.
यह इस साल कंपनी का 14वां प्रोडक्ट लॉन्च है, जिसका उद्देश्य 1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले अपने हाई-एंड वाहनों की बिक्री को बढ़ाना है.
लॉन्च के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए अय्यर ने कहा कि त्योहारी सीजन में कंपनी के वाहनों की बिक्री शानदार रही, जो बेहद प्रतिस्पर्धी और उतार-चढ़ाव वाले बाजार में ऑटोमोबाइल दिग्गज के प्रदर्शन की मजबूती को दर्शाता है.
जुलाई से सितंबर तिमाही में, ऑटोमोबाइल बाजार में मंदी के बीच मर्सिडीज-बेंज इंडिया की बिक्री पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 21% बढ़ी.
उन्होंने आगे कहा कि ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के सामने चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने वृद्धि का अनुभव किया है.
अय्यर ने कहा कि कंपनी अगले एक साल में अपने सभी मौजूदा 100 आउटलेट्स को डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर मॉडल के तहत बदलने की योजना बना रही है.
उन्होंने दावा किया कि नई मार्केटिंग रणनीति ने देश की इन्वेंट्री लागत में कटौती करने में मदद की है.
लग्जरी कार की बढ़ती बिक्री तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यस्था के साथ अपर-मिडिल क्लास की बढ़ती इनकम को दर्शाता है. यह 1 करोड़ से अधिक आय सेगमेंट में इनकम टैक्स पेयर्स की बढ़ती संख्या में भी दिखाई देता है.
आयकर विभाग द्वारा संकलित आंकड़े बताते हैं कि इस साल 31 अक्टूबर तक 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक आय वाले 9.54 लाख से अधिक लोगों ने अपना रिटर्न दाखिल किया.
पांच साल पहले देश में एक करोड़ रुपये और उससे अधिक आय वर्ग के 2.89 लाख करदाताओं की संख्या थी, जो अब तीन गुना से भी अधिक हो गई है.
–
एसकेटी/एबीएम
The post first appeared on .
You may also like
बिहार का राजगीर खेल परिसर क्या खिलाड़ियों के लिए 'गेम चेंजर' साबित होगा
नंबर-3 पर शतक जड़ने के बाद तिलक वर्मा ने कहा, 'ये कप्तान सूर्या के समर्थन का फल'
अब डोमिनिका में मची पीएम मोदी की धूम, सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान देने का किया गया ऐलान
हेमंत सोरेन सरकार में झारखंड को मिला लव जिहाद व लैंड जिहाद : अनुराग ठाकुर
नई उड़ान-नए आयाम! आदि कैलाश और ओम पर्वत पहुंचने वालों की संख्या एक वर्ष में तीन गुना बढ़ी