कोलकाता, 25 सितंबर . भाजपा नेता दिलीप घोष ने Thursday को पश्चिम बंगाल में जारी भारी बारिश की वजह से पैदा हुई अव्यवस्था का जिम्मेदार ममता बनर्जी Government को ठहराया.
उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि भारी बारिश की जद में आकर 12 लोगों की मौत हो गई. लेकिन, यह दुर्भाग्य की बात है कि ममता बनर्जी की Government अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है. Government को अपनी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए और स्थिति को सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए. लेकिन, अफसोस, इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि ममता Government में मेयर की जिम्मेदारी संभाल रहे लोग भारी बारिश के बीच में लोगों को बचाने और उनकी मदद करने का ढोंग करते हैं. कभी लुंगी पहनकर तो कभी किसी दूसरी वेशभूषा में जाकर लोगों की मदद करने का दिखावा करते हैं. वे बाकायदा तस्वीरें भी खींचवाते हैं और इस स्थिति को अपने मनोरंजन का माध्यम बनाते हैं. मैं समझता हूं कि इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. ऐसा करके Government अपनी विफलताओं को छुपाने की कोशिश करती है. मुझे लगता है कि अब Government को अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी.
उन्होंने अमित शाह के आगामी पश्चिम बंगाल आगमन पर भी खुशी जाहिर की और कहा कि इससे पार्टी के कार्यकर्ता उत्साहित हैं. वो जब भी हमारे बीच में आते हैं, तो हमारे कार्यकर्ताओं को उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. उनके आगमन की तैयारी हो रही है.
उन्होंने दुर्गा पूजा के आयोजन की मंजूरी नहीं मिलने को लेकर ममता Government पर निशाना साधा और कहा कि यह Government ऐसी ही है, जो दुर्गा पूजा के आयोजन को मंजूरी नहीं देती है. यह दुर्भाग्य की बात है कि राज्य में एक सभा का आयोजन करने के लिए भी हमें कोर्ट का सहारा लेना पड़ता है. मैं समझता हूं कि अगर इस तरह की स्थिति हमें किसी राज्य में देखने को मिल रही है, तो वहां पर लोकतंत्र बिल्कुल भी नहीं है.
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़े जाने के बयान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उनके कुछ भी फोड़ने से कुछ होने वाला नहीं है. सच्चाई यह है कि आज की तारीख में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हाशिए पर जा चुकी है. देश की जनता कांग्रेस की बदहाली से पूरी तरह से वाकिफ है. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को अपनी पार्टी की स्थिति सुधारने पर ध्यान देना चाहिए.
एसएससी एग्जाम पर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि परीक्षा का आयोजन समय पर हो. परिणाम समय पर आए, ताकि छात्रों का समय बचे. लेकिन, निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि परीक्षा के आयोजन में कई प्रकार की विसंगतियां हैं, जिन्हें दुरुस्त करने की आवश्यकता है.
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एसएचके/जीकेटी
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