New Delhi, 18 अगस्त . भारत की दूरसंचार कंपनियों का परिचालन लाभ इस वित्त वर्ष में 12-14 प्रतिशत की मजबूत दर से बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जो डेटा की बढ़ती खपत से प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में वृद्धि के कारण होगा. यह जानकारी Monday को जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई.
क्रिसिल रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 5जी सेवा शुरू होने के बाद प्रमुख कंपनियों के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में कमी के साथ-साथ मजबूत परिचालन प्रदर्शन से उनके मुक्त नकदी प्रवाह में सुधार होगा. इससे उद्योग की प्रमुख कंपनियों के क्रेडिट प्रोफाइल को मदद मिलेगी.
रिपोर्ट में अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में, परिचालन लाभ में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. इसकी वजह टैरिफ प्लान की कीमतों में इजाफा होना था. इस वित्त वर्ष में वृद्धि को मजबूत आंतरिक कारकों का समर्थन प्राप्त होगा.
क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक आनंद कुलकर्णी ने कहा, “इस वित्त वर्ष में एआरपीयू पिछले वित्त वर्ष के 205 रुपए से बढ़कर 220-225 रुपए होने की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण बढ़ती डेटा खपत है. 5जी नेटवर्क कवरेज मार्च 2025 के 35 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2026 तक 45-47 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है, सोशल मीडिया, वीडियो स्ट्रीमिंग, गेमिंग, जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल मार्केटिंग आदि से डेटा खपत को बढ़ावा मिल रहा है.”
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि भारतीय दूरसंचार कंपनियां कम डेटा लिमिट वाले प्लान घटा रही हैं और केवल अधिक डेटा लिमिट वाले प्लान पर ही 5जी सेवाएं प्रदान करके अपनी पेशकशों को फिर से संतुलित कर रही हैं.
कुलकर्णी ने आगे कहा कि इस ट्रेंड से उपभोक्ताओं के प्रीमियम प्लान की ओर बढ़ने की उम्मीद है, जिससे दूरसंचार कंपनियों का एआरपीयू बढ़ेगा.
डेटा-संचालित सेवाओं की बढ़ती मांग के बीच, दूरसंचार कंपनियों ने ओवर-द-टॉप (ओटीटी) सेवाओं के साथ प्रीमियम प्लान पेश किए हैं, और यह रणनीति दूरसंचार कंपनियों को अपसेलिंग के माध्यम से अपना एआरपीयू बढ़ाने में मदद कर रही है.
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में इंटरनेट की पहुंच 4-5 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2026 तक 82 प्रतिशत हो जाने की उम्मीद है.
वॉइस-ओनली प्लान से डेटा प्लान पर स्विच करने वाले उपयोगकर्ताओं से एआरपीयू में और वृद्धि होगी.
एआरपीयू में वृद्धि से परिचालन लाभ में वृद्धि होती है, क्योंकि दूरसंचार कंपनियों की कुल लागत का 60 प्रतिशत हिस्सा स्थिर होता है.
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एबीएस/
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