चंडीगढ़, 7 अप्रैल . पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सोमवार को कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने कहा कि जब तक वीसी इस्तीफा नहीं देते तब तक छात्रों को धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
दरअसल, एक छात्र 28 मार्च को आदित्य ठाकुर की पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) परिसर में हत्या हुई थी. इस हत्या के बाद 29 मार्च से लगातार छात्रों विरोध जता रहे हैं और पीयू प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
सोमवार को छात्रों ने पंजाब यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 2 को बंद कर दिया. गेट के बाहर बड़ी संख्या में छात्रों ने धरना प्रदर्शन किया.
यूनिवर्सिटी के छात्र राहुल ने न्यूज एजेंसी से बात की. उन्होंने कहा कि हमारा विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक पंजाब यूनिवर्सिटी के वीसी और यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी ऑफिसर अपना इस्तीफा नहीं दे देते हैं.
छात्र राहुल के अनुसार, 28 मार्च को आदित्य ठाकुर की यूनिवर्सिटी में हत्या हुई और इसके पीछे कॉलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही थी. अब कॉलेज प्रशासन आदित्य ठाकुर के परिवार को मुआवजा देकर मामले को दबाना चाह रही है. मगर हम सभी छात्र चाहते हैं कि इसके पीछे जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
बता दें कि 28 मार्च को पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित कॉन्सर्ट के दौरान दो गुटो में झड़प हो गई थी. इस दौरान आदित्य ठाकुर पर चाकू से वार किया गया. घायल छात्र को तुरंत आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन, इलाज के दौरान डॉक्टर उसे बचा नहीं सके और उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस लगातार चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि कॉन्सर्ट के दौरान आदित्य से बहस हुई थी. बात इतनी बिगड़ी की हाथापाई से होते हुए खून खराबे में तब्दील हो गई.
–
डीकेएम/केआर
The post first appeared on .
You may also like
प्रयागराज में मसूद ग़ाज़ी की दरगाह पर फहराया गया भगवा झंडा, क्या है पूरा मामला?
Nothing to Launch CMF Phone 2 Pro and New Earbuds on April 28
पोते ने चांदी के कड़ों के लिए कुल्हाड़ी से काटे दादी के दोनों पैर, नजारा देख कांपे लोग ⁃⁃
300 साल पहले क्या था तांत्रिक का वो भयानक श्राप जिसने खुशहाल भानगढ़ को कर दिया वीरान, वीडियो में जाने इतिहास का सबसे भयानक राज
मध्य प्रदेश: हार्ट की सर्जरी कर रहा था फ़र्ज़ी डॉक्टर, सात मौतों के बाद कैसे सामने आया पूरा मामला?