Mumbai , 8 अक्टूबर . शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय मोरे ने Maharashtra Government पर तीखा हमला करते हुए कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित किसानों की हालत बेहद दयनीय है, लेकिन Government उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है. मोरे ने आरोप लगाया कि किसानों की मेहनत से सत्ता में आई Government आज उन्हीं किसानों को संकट की घड़ी में अकेला छोड़ चुकी है.
उन्होंने कहा कि किसानों के खेत नष्ट हो चुके हैं, पशुधन बह गए हैं, घर टूट गए हैं और जो गाय-बैल खेती में उनकी मदद करते थे, वे भी मर चुके हैं. किसानों का पूरा जीवन तबाह हो गया है, फिर भी राज्य और केंद्र Government दोनों चुप हैं. आखिर किसानों की मदद के लिए इनके पास पैसे नहीं हैं क्या?
मोरे ने कहा कि बाढ़ के कारण आज हजारों किसान भारी विपत्ति में हैं, लेकिन Government कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह Government किसानों के खातों में मदद भेजने की बजाय अपने नाम और तस्वीरें अखबारों में छपवाने में ज्यादा रुचि रखती है.
संजय मोरे ने कहा कि जब महाविकास अघाड़ी Government सत्ता में थी और उद्धव ठाकरे Chief Minister थे, तब उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की सीधे उनके बैंक खातों में सहायता राशि जमा कर मदद की थी.
उन्होंने सवाल उठाया कि उद्धव ठाकरे जब किसानों तक सीधी राहत पहुंचा सकते हैं, तो देवेंद्र फडणवीस Government ऐसा क्यों नहीं कर सकती?
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने Government से मांग की कि किसानों को उनके नुकसान की वास्तविक भरपाई मिले. उन्होंने कहा कि Government को प्रति हेक्टेयर 50 हजार की आर्थिक सहायता किसानों के खातों में सीधे जमा करनी चाहिए. साथ ही, किसानों के ऊपर जो कर्ज का बोझ है, उसे माफ किया जाना चाहिए.
मोरे ने कहा कि आज किसानों को सिर्फ राहत की नहीं, बल्कि न्याय की आवश्यकता है. किसानों को उनका हक मिलना चाहिए. उनका घर, उनका खेत और उनका पशुधन उन्हें वापस पाने का अधिकार है. जब तक Government किसानों की पीड़ा को नहीं समझेगी, तब तक Maharashtra के गांवों में विकास की बात अधूरी ही रहेगी.
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एएसएच/एबीएम
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