विशाखापत्तनम, 7 अगस्त . विशाखापत्तनम के वन टाउन क्षेत्र में फिशिंग हार्बर के पास Thursday को एक गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया. इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए.
यह घटना विशाखापत्तनम के फिशिंग हार्बर के पास की है. बताया जा रहा है कि Thursday को अचानक एक गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया. हादसा इतना भीषण था कि मौके पर तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा गैस रिसाव के कारण हुआ. स्थानीय पुलिस के अनुसार, फिशिंग हार्बर के पास एक वेल्डिंग शॉप में गैस रिसाव के कारण यह विस्फोट हुआ. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि शवों के टुकड़े आसपास बिखर गए, जिससे मृतकों की सटीक संख्या का आकलन करना मुश्किल हो रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है.
वहीं, वन टाउन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. साथ ही घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
आंध्र प्रदेश के भाजपा नेता विष्णु वर्धन ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने घटनास्थल का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें पुलिस की टीमें घटनास्थल का जायजा लेती दिखाई दे रही हैं.
उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “विशाखापत्तनम में हुए दुखद गैस विस्फोट से कई निर्दोष लोगों की जान चली गई. मैं आंध्र प्रदेश सरकार और Chief Minister चंद्रबाबू नायडू से पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने की अपील करता हूं.”
फिलहाल पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. साथ ही पुलिस मृतकों की शिनाख्त भी कर रही है.
इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है. इस हादसे ने क्षेत्र में दहशत पैदा कर दी है.
–
एफएम/
The post विशाखापत्तनम : गैस सिलेंडर में विस्फोट से तीन की मौत, कई घायल appeared first on indias news.
You may also like
आलू अर्जुन का मुंबई में परिवार के साथ खास समय
Mickey 17: डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध, जानें कहानी और कास्ट
जैकब एलोर्डी और ओलिविया जेड जियानुल्ली का ब्रेकअप: चार साल का रिश्ता खत्म
राजस्थान: जालोर की सुनीता ने रचा जॉर्जिया में इतिहास, इस प्रतियोगिता में जीता गोल्ड
इतिहास: 83 साल पहले शुरू हुआ था 'भारत छोड़ो आंदोलन', टूटने लगी थीं गुलामी की जंजीरें