चेन्नई, 7 नवंबर . सिनेमा हमेशा से ही लोगों के जीवन में खुशी और प्रेरणा का एक माध्यम रहा है. फिल्में न सिर्फ मनोरंजन करती हैं, बल्कि समाज, संस्कृति और कला को समझने का एक तरीका भी देती हैं. India में फिल्म इंडस्ट्री ने अपनी अलग पहचान बनाई है, और देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा पाने वाले फिल्म फेस्टिवल इसे और मजबूत बनाते हैं.
इस साल, 56वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) गोवा में 20 से 28 नवंबर तक आयोजित होने जा रहा है. यह फेस्टिवल हर साल दुनियाभर की बेहतरीन फिल्मों को दर्शकों तक पहुंचाता है और फिल्मकारों, कलाकारों और सिनेमाई विशेषज्ञों को एक मंच पर लाता है.
इस साल फेस्टिवल का सबसे बड़ा आकर्षण तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत को उनके फिल्मी करियर के 50 साल पूरे होने पर सम्मानित करना है.
रजनीकांत कई सालों से दर्शकों का मनोरंजन करते आए हैं. उन्होंने भारतीय सिनेमा में अलग छवि बनाई है. उन्हें आईएफएफआई के समापन समारोह में विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, जो उनके फैंस और फिल्म जगत के लिए एक यादगार पल होगा.
इसके अलावा, आईएफएफआई में गुरु दत्त, राज खोसला, ऋत्विक घटक, पी. भानुमती, भूपेन हजारिका और सलिल चौधरी जैसी महान हस्तियों की फिल्में और संगीत प्रदर्शित किए जाएंगे. उनका काम हमेशा से फिल्म प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है, और इस फेस्टिवल में उन्हें सम्मान देना उनकी विरासत को जीवित रखने जैसा है.
इस साल आईएफएफआई में 81 देशों की 240 से ज्यादा फिल्में दिखाई जाएंगी. इनमें 13 फिल्मों की दुनिया में पहली बार प्रदर्शनी होगी, चार अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर होंगे और 46 फिल्में एशियाई प्रीमियर के रूप में दिखाई जाएंगी. इस बार कई मास्टरक्लासेज भी होंगी, जिनमें विधु विनोद चोपड़ा, अनुपम खेर, क्रिस्टोफर चार्ल्स कॉर्बेट, आमिर खान, रवि वर्मन, खुशबू सुंदर, बॉबी देओल और सुहासिनी मणिरत्नम जैसी हस्तियां अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करेंगी.
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पीके/एबीएम





