ओडिशा के एक चिकित्सक ने गरीब लोगों की मदद करने के लिए एक अनोखी मुहिम शुरू की है और महज एक रुपए में गरीब लोगों का इलाज कर रहे हैं। वीर सुरेंद्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड रिसर्च’ (विम्सर) के मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर शंकर रामचंदानी की ओर से ओडिशा के संबलपुर जिले में एक क्लीनिक शुरू की गई है। जिसमें ये गरीब लोगों का इलाज करते हैं और इलाज के बदले उनसे केवल एक रुपए फीस के तौर पर लेते हैं। शंकर रामचंदानी ने ये क्लीनिक इस मकसद से शुरू की है ताकि गरीब लोगों को आसानी से इलाज मिल पाए।
शंकर रामचंदानी की आयु महज 39 साल की है और इन्होंने अपने घर से ही ये क्लीनिक शुरू की है। इनकी क्लीनिक में हर रोज कई संख्या में गरीब लोग इलाज करने के लिए आते हैं। शंकर रामचंदानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने विम्सर में सीनियर रेजीडेंट के तौर पर काम करना शुरू किया था और सीनियर रेजींडेट को निजी क्लीनिक में उपचार की सुविधा देने की अनुमति नहीं है। हाल में मुझे सहायक प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत किया गया और सहायक प्रोफेसर के तौर पर मुझे यहां का काम करने के बाद निजी क्लीनिक में काम करने की अनुमति है। इसलिए मैंने किराए के मकान में अब अपना क्लीनिक शुरू किया है।
डॉ. रामचंदानी ने कहा कि वे अस्पताल की ओपीडी में सैकड़ों लोगों को घंटों तक कतार में खड़ा देखते हैं। इसलिए इन्होंने क्लीनिक खोलने का सोचा। वहीं पहले दिन 33 मरीज इस क्लीनिक में इलाज के लिए पहुंचे। ये क्लीनिक सुबह 7 से 8 और शाम को 6 से 7 बजे तक खुली रहती है।
रामचंदानी से जब पूछा गया की क्यों वो एक रुपए की फीस इलाज के तौर पर लेते हैं। इसपर इन्होंने कहा कि मैं गरीबों एवं वंचितों से एक रुपया लेता हूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि वे ये महसूस करें कि वे नि:शुल्क में सेवा ले रहे हैं। उन्हें लगना चाहिए कि उन्होंने अपने उपचार के लिए कुछ राशि दी है। रामचंदानी की इस अनोखी पहल में उनकी पत्नी भी उनका खूब साथ देती हैं। रामचंदानी की पत्नी शिखा रामचंदानी एक दंत चिकित्सक हैं और जब भी उन्हें समय मिलता है तो वो भी इस क्लीनिक के माध्यम से लोगों का इलाज करती हैं।
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