आप लोगों ने किताबों में कई प्रेम कहानियां पढ़ी होगी। फिल्मों में भी एक से बढ़कर एक लव स्टोरीज देखी होगी। जब कहानी में हीरो को अपनी औकात से ज्यादा बड़ी और सुंदर हीरोइन मिल जाती है तो देखकर मुंह से यही निकलता है ‘ऐसा बस फिल्मों में ही होता है। रियल लाइफ में ऐसी लव स्टोरीयां थोड़े होती है।’ लेकिन आज हम आपको एक ऐसी रियल लाइफ लव स्टोरी बताने वाले हैं जिसे पढ़ आपका दिमाग भी घूम जाएगा। आप में से बहुत से लोगों को जलन होगी। कुछ सोच में पढ़ जाएंगे कि भगवान ने हमारी किस्मत में ऐसा कुछ क्यों नहीं लिखा।
ये प्रेम कहानी है जयपुर के 10वीं फेल ऑटोड्राइवर और फ्रांस की खूबसूरत गौरी मैम की। जयपुर के रंजीत सिंह राज एक गरीब परिवार से आते हैं। बचपन से वे पढ़ाई लिखाई में कमजोर थे। हालांकि उनका मन क्रिएटिव चीजों में अधिक था। लेकिन घरवालों को उनकी क्रीऐटिवटी से कोई लेना देना नहीं था। उन्होंने रंजीत को स्कूल बस इसलिए भेज था कि वह बाकी लोगों की तरह लाइफ में कुछ बन सके। लेकिन 10वीं में जब वे फेल हुए तो घरवालों ने उनका स्कूल छुड़वा दिया और काम धंधे से लगा दिया।
रंजीत 16 साल की उम्र में ही पढ़ाई लिखाई छोड़ ऑटोरिक्शा चलाने लग गए। उन्होंने जयपुर में कई सालों तक ऑटोरिक्शा चलाया। इस दौरान उन्होंने एक बात पर गौर किया कि यहां के ऑटो चालक विदेशी पर्यटकों को इंप्रेस करने के लिए इंग्लिश, फ्रेंच, स्पैनिश जैसी भाषाएं बोलते थे। ऐसे में रंजीत ने अंग्रेजी सीखना शुरू कर दी। वे बताते हैं कि साल 2008 में जहां हर कोई आईटी सेक्टर की ओर भाग रहा था मैं तब बस इंग्लिश सीखना चाहता था।

कुछ साल ऑटो चलाते चलते रंजीत ने टूरिज्म का बिजनेस शुरू किया। वे विदेश से आए लोगों को राजस्थान घुमाते थे। एक बार उनकी क्लाइंट फ्रांस की एक लड़की बनी। उन्होंने उसे राजस्थान की यात्रा कारवाई। इस यात्रा को करवाते करवाते दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। दोनों की पहली मुलाकात सिटी पैलेस में हुई थी। दोनों की इस यात्रा के दौरान कई दिलचस्प बाते हुई। इसके बाद लड़की फ्रांस चली गई। लेकिन दोनों Skype के जरिए बात करते रहे। इसी दौरान दोनों को एहसास हुआ कि उन्हें प्यार हो गया है।
इसके बाद अपने प्यार को हासिल करने के लिए रंजीत ने कई बार फ्रांस जाने की कोशिश की। हालांकि हर बार उनका विजय रिजेक्ट हो जाता था। हालांकि इसके बावजूद दोनों का रिश्ता कायम रहा। इनके प्यार में कोई कमी नहीं आई। इसके बाद दोनों फ्रांस दूतावास के सामने धरना देकर बैठ गए। तब कहीं जाकर रंजीत को तीन महीने का वीजा मिला।
इसके बाद साल 2014 में रंजीत ने गौरी मैम से शादी रचा ली। इस शादी से उन्हें दो बच्चे भी हुए। शादी के बाद उन्होंने फिर लॉन्ग टर्म वीजा के लिए अप्लाई किया। इसके लिए उन्हें फ्रेंच भाषा भी सिखनी पड़ गई। वर्तमान में रंजीत अपनी बीवी और बच्चों के साथ जेनेवा में रहते हैं। यहां वे एक रेस्टोरेंट में जॉब करते हैं। उनका सपना है कि वे जल्द ही अपना खुद का एक रेस्टोरेंट खोलें।
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