Bengal Malda Family Murder Story: आज हम आपको बताने जा रहे हैं पश्चिम बंगाल के एक ऐसे हत्याकांड के बारे में जिसके बारे में जान आपकी रूह कांप जाएगी. यहां एक बेटे ने अपने पूरे परिवार का बेरहमी से कत्ल किया था.
तारीख- 28 फरवरी, 2021 का साल
जगह- पश्चिम बंगाल के मालदा सिटी का 16 माइल गांव.
समय- सुबह के 6 बजे
दो मंजिला एक गोदाम में 19 साल का दुबला-पतला लड़का, आसिफ प्लाईवुड से ताबूत बना रहा था. करीब 12 बजे उसकी अम्मी ने आवाज दी- बेटा खाना खा ले. आसिफ बगल में अपने घर पहुंचा और अब्बू जावेद अली, अम्मी ईरा बीबी, बड़े भाई आरिफ, छोटी बहन आरिफा और दादी अलेक्जन के साथ खाना खाया. कुछ देर बाद आसिफ ने फ्रिज से संतरे का जूस निकालकर सभी को पिलाया. लेकिन इस जूस में पहले से ही बेहोशी की दवा मिली हुई थी.
जूस पीने के कुछ मिनट बाद ही पांचों अपनी-अपनी कुर्सियों पर अधमरे से झूलने लगे. तभी आसिफ अपने अब्बू के पास गया और बुदबुदाया- ‘देख लिया न अब्बू, मेरी बातें न मानने का यही अंजाम होता है.’
इसके बाद वो एक-एक कर सभी को घसीटते हुए गोदाम में ले गया और वहां पड़े ताबूतों में पॉलिथीन लगाकर सभी को उनमें डाल दिया. ताबूतों के ढक्कन लगाकर उनमें कील ठोकने लगा. हर ताबूत के ढक्कन में एक-एक छेद भी था. अब किसी सनकी की तरह आसिफ ने इन्हीं छेदों से ताबूतों में पानी भर दिया. यह सब करते-करते शाम के करीब 7 बज चुके थे. आसिफ ताबूतों के पास ही बैठा था. चेहरे पर कोई शिकन नहीं. दीवार के सहारे बैठा आसिफ, सुस्ताते हुए सोचने लगा, ‘ सभी मर चुके होंगे, अब इन्हें दफनाना होगा.’
तभी एक ताबूत में हलचल हुई. आसिफ ने देखा तो वह कमरे से पिस्टल ले आया और ताबूत पर तान दी. फिर धीरे से ढक्कन हटाया…. आसिफ ने जैसे ही ताबूत का ढक्कन हटाया, आरिफ तुरंत उठ खड़ा हुआ. आसिफ से उसकी कनपटी पर पिस्टल तान दी. आरिफ सकपका गया. उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था. आसिफ ने तुरंत उसकी गर्दन पकड़कर घसीटना शुरू कर दिया. आरिफ हट्टा-कट्टा था, उसने आसिफ के दोनों पैर पकड़कर उसे जमीन पर पटक दिया.
दोनों एक दूसरे की जान के प्यासे हो गए, तभी आरिफ की नजर सामने एक कतार में रखे 4 ताबूतों पर पड़ी. उसने चीखते हुए आसिफ से पूछा- ‘इसमें क्या है? अम्मी-अब्बू, आरिफा… सब कहां हैं? हम सब तो खाना खाकर जूस पी रहे थे, यहां कैसे आए! तूने जूस में कुछ मिलाया था न? जल्दी बता.’
आरिफ ताबूत में लाशें देखते ही रोते हुए जमीन पर बैठ गया. आसिफ ने उसे एक अश्लील वीडियो दिखाते हुए कहा- यहां से चले जाने में ही तेरी भलाई है, वरना वीडियो वायरल कर दूंगा.’ दरअसल, ये वीडियो आरिफ और उसकी गर्लफ्रेंड सुल्ताना का था. वीडियो देखते ही आरिफ चुपचाप वहां से कोलकाता के लिए निकल गया.
इधर, आसिफ ने एक-एक करके सभी लाशों को ताबूत से निकाला और लोहे की रॉड से पीटने लगा. जब वो मुतमइन हो गया कि सब मर चुके हैं, तब उसने एक डंडे से लाश की लंबाई नापी. फिर फावड़ा उठाया और गोदाम में ही 6 फीट गहरा, 12-13 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा. फिर बड़बड़ाया- ‘6 फीट गहरा है, न तो कभी बदबू आएगी और न किसी को कुछ पता चलेगा.’
फिर लाशों के ऊपर सात-आठ ढक्कन केमिकल छिड़क कर फावड़े से गड्ढा भर दिया. तब तक सुबह के चार बज गए थे. सभी को दफनाने के बाद आसिफ नहाया और नींद की दवाई लेकर सो गया. ये वही दवाई थी जो आसिफ ने जूस में मिलाई थी.
उधर, आरिफ करीब 17 दिन कोलकाता के एक होटल में रहा. जब उसके पैसे खत्म हो गए तो उसने अपने मामा शीश मोहम्मद को फोन कर कहा- ‘मामा, मैं कोलकाता में हूं. आपके घर आ जाऊं क्या?’
शीश मोहम्मद ने कहा- ‘हां, हां आ जाओ. ये कोई पूछने वाली बात थोड़ी न है. आरिफ फोन रखते ही मामा के घर के लिए निकल पड़ा.
करीब 17 दिन बाद आरिफ कोलकाता से अपने मामा के घर झारखंड के बरहरवा पहुंच गया, दो-तीन दिन बीत गए. आरिफ सारा समय गुमसुम रहता. शीश मोहम्मद ने कारण पूछा तो वह बोला बस थोड़ा सा परेशान हूं.
उधर, करीब 15 दिन बाद आसिफ घर से निकला और पास के बाजार में एक होटल वाले के पास गया. काउंटर पर बैठे मैनेजर से बोला- ‘मैं जब भी फोन करूं खाना घर भेज देना. पैसे की चिंता मत करना, मैं दोगुना दूंगा. अम्मी-अब्बू सब अमेरिका चले गए हैं, घर पर कोई खाना बनाने वाला नहीं है.’ होटल वाले ने हामी भर दी और रोज आसिफ का खाना घर भेजने लगा. हालांकि आसिफ किसी को भी घर के अंदर आने नहीं देता था.
ऐसा करते-करते करीब साढ़े तीन महीने बीत गए. एक दिन आसिफ ने शीश मोहम्मद को फोन पर कहा- ‘मामा, घर बनाने के लिए जो 2 लाख 80 हजार रुपए आपसे लिए थे, वो आज ही आकर ले जाओ.’
शीश मोहम्मद तीन-चार दिन बाद आसिफ के घर पहुंचे. दरवाजा खटखटाया, आसिफ ने खिड़की से झांककर देखा और आग बबूला हो गया. चीखते हुए बोला- ‘उस दिन क्यों नहीं आए थे? अब जब बुलाऊंगा, तभी आना.’
बड़बड़ाते हुए शीश मोहम्मद बरहरवा लौट गया. घर पहुंचते ही उसने आरिफ को बुलाया और आसिफ की खूब बुराई की. शीश मोहम्मद की बात सुनते ही आरिफ फूट-फूटकर रोने लगा. कहने लगा- ‘मामा, आसिफ ने 28 फरवरी की शाम सभी को पानी में डुबोकर मार दिया. उसने हम सबको जूस में कुछ मिलाकर पिलाया था, जब सब बेहोश हो गए तो उसने ताबूत में पानी भरकर सभी को उसमें डाल दिया. मैं बच गया तो उसने मुझे मारा और घर से भगा दिया. धमकी भी दी कि अगर किसी को इस बारे में बताया तो गर्लफ्रेंड के साथ मेरा अश्लील वीडियो वायरल कर देगा. मेरी गर्लफ्रेंड सुल्ताना को भी मार देगा.’
19 जून 2021 की रात करीब 8 बजे शीश मोहम्मद, आरिफ और नौशाद अली कालियाचक थाने पहुंचे. उस वक्त इंस्पेक्टर पवितर महत्तो ड्यूटी पर थे. रिपोर्ट लिखते-लिखते रात के करीब एक बज गए. फौरन कालियाचक पुलिस मालदा जिले से फोर्स लेकर 16 माइल के लिए निकल पड़ी.
वहां पहुंचते ही पुलिस ने आसिफ के घर को चारों तरफ से घेर लिया. फिर दरवाजा तोड़ा गया. पूरे घर में अंधेरा था. पुलिस ने लाइट जलाकर देखा, आसिफ गोदाम के एक कोने में रखी चौकी पर सो रहा था. बिस्तर पर दर्जनभर हार्ड डिस्क, एपल लैपटॉप और कई इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस पड़े थे. पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई.
सब-इंस्पेक्टर राकेश बिस्वास ने आसिफ से पूछा- ‘पूरे परिवार को क्यों मारा?’
आसिफ बोला- ‘ये सब मेरे दुश्मन थे। अब्बू ने बहन की शादी के लिए 10 लाख रुपए रखे थे, मैंने अमेरिका जाने के लिए मांगे तो अब्बू ने मना कर दिया. मैंने उन्हें समझाया भी, लेकिन वो फिर भी नहीं माने. उसी के बाद मैंने इंग्लिश मूवी देखकर सभी को मारने का प्लान बनाया.’
सारे सबूत जुटाने के बाद कालियाचक पुलिस ने आसिफ के खिलाफ 26 अगस्त 2021 को मालदा सेशन कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. करीब चार साल तक ये मामला चला. फिलहाल यह मामला कोलकाता हाईकोर्ट में पेंडिंग है. आसिफ पश्चिम बंगाल की मालदा जेल में बंद है. उसका भाई आरिफ झारखंड में अपने मामा शीश मोहम्मद के साथ रहता है. उनका कहना है कि आरिफ इस घटना के बाद से गहरे सदमे में है. अब वो किसी से भी इस बारे में बात नहीं करता.
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