फरीदाबाद | एक सब्जी विक्रेता, जिसने अपनी मेहनत से करोड़ों रुपये कमाए, की कहानी सुनिए। ऋषभ शर्मा नामक इस व्यक्ति ने केवल छह महीनों में अपने बैंक खाते में 21 करोड़ रुपये जमा कर लिए। उसका नेटवर्क चीन, हांगकांग और सिंगापुर तक फैल चुका था। पहले सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाला यह शख्स, कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक संकट में फंस गया। इसके बाद उसने एक खतरनाक योजना बनाई।
धोखाधड़ी की योजना का आरंभ
कोरोना के कारण सब्जी का व्यापार ठप हो गया, जिससे ऋषभ ने एक दोस्त के साथ मिलकर एक फर्जी होटल की वेबसाइट बनाई। इस वेबसाइट का नाम 'मैरियट बॉनवॉय होटल' रखा गया, जबकि असल में ऐसा कोई होटल मौजूद नहीं था। वेबसाइट इतनी आकर्षक थी कि लोग आसानी से धोखे में आ जाते थे।
लोगों को फंसाने की चाल
ऋषभ ने लोगों के फोन नंबर इकट्ठा किए और उन्हें व्यक्तिगत रूप से फोन करके बताया कि अगर वे इस होटल की तारीफ में अच्छे रिव्यू लिखेंगे, तो उन्हें 10,000 रुपये मिलेंगे। इस तरह से लोग उसके जाल में फंसने लगे।
विदेशी साइबर अपराधियों से संबंध
ऋषभ ने विदेशी साइबर अपराधियों से संपर्क करना शुरू किया और कई शहरों में अपने एजेंटों को तैनात किया। ये एजेंट लोगों को पेड रिव्यू के लिए जोड़ते थे और धीरे-धीरे उनसे पैसे ऐंठते थे। इस तरह ऋषभ ने करोड़पति बनने का सपना पूरा किया।
पुलिस की कार्रवाई
हालांकि ऋषभ के खिलाफ कई शिकायतें थीं, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया। एक शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और उसे गुरुग्राम में गिरफ्तार किया। उसके बैंक खाते में 21 करोड़ रुपये की राशि मिली है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि उसने और किन लोगों को ठगा है।
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