कई लोग नाक के भीतर के बालों को बेरहमी से खींचते हैं या कैंची से काटते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि यह व्यवहार कितना उचित है।
नाक के बाल हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। जब हम सांस लेते हैं, तो ये बाल बैक्टीरिया, कीटाणुओं और प्रदूषण को नाक में प्रवेश करने से रोकते हैं, जिससे हम बीमारियों से बचे रहते हैं।
यदि नाक के बाल काट दिए जाएं, तो बैक्टीरिया और प्रदूषित कण सीधे नाक में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे फेफड़ों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। नाक के बाल हवा को शुद्ध करते हैं, जिससे हम स्वस्थ रहते हैं।
इसलिए, नाक के बालों को काटना सही नहीं है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग नाक के बालों को हटाते हैं, उन्हें श्वसन और फेफड़ों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कुछ लोग नाक के बालों को हाथ से खींचते हैं, जो आंखों की रोशनी को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए, नाक के बालों को उखाड़ने से बचना चाहिए।
नाक के रोगों के घरेलू उपाय
नाक में चोट या संक्रामक रोग के कारण खून निकलने की समस्या आम है, खासकर बच्चों में। आज हम आपको नाक के रोगों से राहत पाने के कुछ प्रभावी घरेलू उपाय बताएंगे।
रोगी को सीधा लिटाकर ठंडे पानी से सिर धोने से खून निकलना बंद हो जाता है।
धनिये के पत्तों का रस या प्याज का रस नाक में डालने से भी खून निकलना रुक जाता है।
आंवला को पीसकर घी में भूनकर नाक पर लगाने से लाभ होता है।
दूध में केला मथकर खाने से भी काफी फायदा होता है।
रात में भिगोई हुई मुल्तानी मिट्टी का लेप नाक पर लगाने से नकसीर बंद होती है।
नींबू के रस में आंवले का रस मिलाकर नाक में डालने से भी नकसीर रुक जाती है।
केले के पत्तों का रस या अनार के छिलकों का रस नाक में डालने से नकसीर में राहत मिलती है।
नकसीर से पीड़ित व्यक्ति को छाछ और दही की लस्सी पिलाने से आराम मिलता है।
प्याज के रस को गर्म करके नाक में डालने से भी राहत मिलती है।
हरे धनिये के पत्तों के रस में कपूर मिलाकर नाक में डालने से आराम मिलता है।
आंवला और मुलहठी को मिलाकर चूर्ण बनाकर गाय के दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से लाभ होता है।
नाक के बाहर फिटकरी का लेप लगाने से भी नकसीर में राहत मिलती है।
You may also like
प्रधानमंत्री मोदी आज मप्र के दो कलेक्टरों को करेंगे सम्मानित
कुशीनगर में सड़क हादसा, छह लोगों की मौत
Tragic Road Accident in Chittorgarh Claims Lives 4 Devotees En Route to Sanwaliyaji Temple
भारतीय उद्योग में अस्थिरता? 41 सीईओ ने 2025 में दिया इस्तीफ़ा, क्या है कारण
फिल्म केजीएफ के स्टार अभिनेता यश ने किया भगवान महाकाल के दर्शन, भस्म आरती में हुए शामिल