करनी सेना का प्रदर्शन: आगरा में मेवाड़ के महान शासक राणा सांगा को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के कथित अपमानजनक बयान के विरोध में करणी सेना ने 12 अप्रैल 2025 को आगरा में रक्त स्वाभिमान रैली का आयोजन किया। इस रैली में हजारों की संख्या में क्षत्रिय समाज के लोग शामिल हुए, जो सुमन से माफी की मांग कर रहे हैं। शहर में तनाव को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
रक्त स्वाभिमान रैली का आयोजन रक्त स्वाभिमान रैली
आगरा के गढ़ी रामी में आयोजित इस रैली में करणी सेना ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। रैली में शामिल लोगों ने तलवारें, डंडे और केसरिया साफे के साथ नारेबाजी की। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने कहा, 'हमने सरकार को शाम 5 बजे तक का समय दिया है। यदि रामजी लाल सुमन माफी नहीं मांगते, तो हम उनके आवास की ओर बढ़ेंगे।' इस रैली में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और अन्य संगठनों ने भी भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त की जाए, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और राणा सांगा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।
सुमन का विवादास्पद बयान सुमन का बयान
यह विवाद तब शुरू हुआ जब रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च 2025 को राज्यसभा में कहा था, 'बाबर को राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था।' उन्होंने राणा सांगा को 'गद्दार' करार दिया, जिससे क्षत्रिय समाज में आक्रोश फैल गया। सुमन ने बाद में सफाई दी कि उनका इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था, लेकिन उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने ऐतिहासिक तथ्य बोला है। इस जन्म में माफी नहीं मांगूंगा।'
सुरक्षा इंतजाम घर पर नाकाबंदी और सुरक्षा
26 मार्च को सुमन के आगरा स्थित आवास पर करणी सेना के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं। शहर में 10,000 पुलिसकर्मी, 8 कंपनी पीएसी और 1 कंपनी आरएएफ तैनात हैं। सुमन के घर के आसपास अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति है। पुलिस ने मॉक ड्रिल और फ्लैग मार्च किए हैं, साथ ही 800 से अधिक बैरियर लगाए गए हैं। आगरा के एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने कहा, 'हमने आयोजकों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति दी है। किसी भी हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'
अखिलेश यादव का समर्थन अखिलेश यादव का समर्थन
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुमन का समर्थन करते हुए कहा, 'यह हमला सुमन के दलित होने के कारण हुआ है। यदि उन्हें कुछ होता है, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार होंगे।' अखिलेश यादव ने कहा, 'अगर कोई हमारे रामजी लाल सुमन जी का अपमान करेगा, तो हम समाजवादी लोग उनके साथ खड़े रहेंगे और उनके सम्मान की रक्षा करेंगे।'
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