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कौशल गैंग Rajasthan में बढ़ा रही दबदबा, वर्चस्व बढ़ाने के लिए होटल पर की फायरिंग

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अलवर न्यूज़ डेस्क, हरियाणा की कुख्यात कौशल गैंग ने राजस्थान में पैर जमाने शुरू कर दिए हैं। लॉरेंस गैंग की जानी दुश्मन कही जाने वाली कौशल गैंग ने अपने गुर्गे भी तैयार कर लिए हैं। इसी गैंग के गुर्गों ने कोटपूतली-बहरोड़ जिले के नीमराना में होटल हाईवे किंग पर फायरिंग की थी। मंगलवार को नीमराना पुलिस ने कौशल गैंग के मददगार दो गुर्गों सचिन (26) उर्फ धोलिया और योगेश (28) उर्फ मोनू को जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार किया है।ये दोनों बदमाश करीब आठ साल से इस गैंग से जुड़े हैं। कौशल गैंग और लॉरेंस गैंग में लंबे समय से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। अपना दबदबा बढ़ाने के इरादे से कौशल गैंग ने नीमराना के होटल पर फायरिंग करवाई थी और पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी।पुलिस गिरफ्त में आए एक बदमाश सचिन को तो परिवार बेदखल कर चुका है। अब वह क्षेत्र में कौशल गैंग के लिए काम करता है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में वह और भी नामों का खुलासा कर सकता है, जो यहां गैंग के लिए काम कर रहे हैं।


बाइक पर आए थे दो बदमाश, पर्ची देकर की फायरिंग

दरअसल, हरियाणा बॉर्डर से सटे नीमराना में 8 सितंबर को जयपुर-दिल्ली हाईवे NH 48 पर स्थित होटल हाईवे किंग पर फायरिंग हुई थी। सुबह करीब सवा 6 बजे बाइक सवार दो बदमाश आए थे। बदमाशों ने काउंटर पर खड़े कैशियर को धमकाते हुए 'कौशल चौधरी ग्रुप ...5 करोड़' लिखी पर्ची पकड़ा दी। कोई कुछ समझता उससे पहले ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। बदमाश इतने बेखौफ थे कि कार्बाइन गन से ताबड़तोड़ 32 राउंड फायर कर दिए। गोलियों की आवाज सुनकर वहां मौजूद हर कोई सहम गया। इसके बाद बदमाश फरार हो गए।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और होटल स्टाफ से जानकारी ली। पुलिस ने होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो 2 बदमाश नजर आए। पुलिस ने इनके बारे में जानकारी जुटाई तो सामने आया कि ये बदमाश पुनीत शर्मा उर्फ पुनीत जालंधर और नरेंद्र कुमार उर्फ शर्मा उर्फ लल्ली निवासी जालंधर, पंजाब है। ये दोनों ही कौशल गैंग से जुड़े हैं और हरियाणा-पंजाब में कई वारदातें कर चुके हैं।पुलिस के साथ-साथ NIA भी इन बदमाशों की तलाश कर रही है। पुलिस के लिए यह जानकारी चौंकाने वाली थी। इसके बाद पुलिस इनकी तलाश में जुट गई। पुलिस का फोकस इस बात पर भी था कि स्थानीय स्तर पर किसने इन बदमाशों की मदद की।

दो बदमाशों को श्रीनगर से पकड़ा

पुलिस की जांच में सामने आया कि मांढण क्षेत्र के रहने वाले सचिन (26) उर्फ धोलिया और योगेश (28) उर्फ मोनू ने इन बदमाशों की मदद की। पुलिस ने दोनों बदमाशों को ट्रेस किया तो उनकी लोकेशन श्रीनगर में मिली। इसके बाद वहां की पुलिस को सूचना देकर दोनों को डल झील की हाउस बोट के अंदर कमरों से गिरफ्तार कर लिया। इन बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने हाईवे किंग पर हुई रंगदारी की वारदात में बदमाशों को संसाधन मुहैया करवाए थे।पुलिस ने बताया कि 8 सितंबर को होटल पर फायरिंग के दौरान बदमाशों ने जो बाइक और कार इस्तेमाल की थी, वो चोरी की थी। कार को दिल्ली से चोरी किया गया था, जबकि बाइक हरियाणा से चोरी की गई थी।

कौशल चौधरी के खास गांधी के कहने पर की वारदात

नीमराणा में हुई फायरिंग में कौशल चौधरी के सबसे खास जगत जीत उर्फ गांधी का नाम भी सामने आ रहा है। उसके कहने पर ही जालंधर के शार्प शूटर पुनीत शर्मा और नरेंद्र शर्मा उर्फ लल्ली ने वारदात को अंजाम दिया था।कौशल चौधरी अभी गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद है, लेकिन उसका पूरा नेटवर्क जगत जीत उर्फ गांधी मलेशिया में बैठकर देख रहा है। होटल पर फायरिंग करने वाले बदमाश पुनीत और नरेंद्र पंजाब में कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया हत्याकांड में भी आरोपी है।

8 साल से कौशल गैंग से जुड़े सचिन और योगेश

नीमराना एएसपी शालिनी राज ने बताया कि सचिन और योगेश करीब आठ साल से कौशल गैंग से जुड़े हैं। गैंग के सरगना कौशल चौधरी से इनकी मुलाकात जयपुर में हुई थी। उस वक्त सचिन छोटे-मोटे क्राइम करता था। सचिन के खिलाफ 2013 में मांढण थाने में पहला केस मारपीट का दर्ज हुआ था। इसके बाद 2016 में घर के अंदर घुसकर मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ।एक ही गांव के होने के कारण सचिन और योगेश आपस में एक दूसरे को जानते थे। इसके बाद दोनों कौशल गैंग से जुड़ गए। दोनों गैंग के बदमाशों को वारदातों के लिए लोकल लेवल से इनपुट देने, हथियार और गाड़ियां मुहैया करवाने, भागने और फरारी काटने में मदद करते थे। एएसपी ने बताया- पुलिस सचिन उर्फ मोनू उर्फ धोलिया के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी कर रही है।

संदीप नांगल हत्याकांड के आरोपियों ने सचिन के ठिकानों पर काटी फरारी

14 मार्च 2022 को पुनीत शर्मा और नरेंद्र शर्मा ने जालंधर में कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि वारदात के बाद सचिन और योगेश ने ही दोनों को 6 महीने तक अपने ठिकानों पर रुकवाया था। इस मामले में पंजाब पुलिस सचिन को गिरफ्तार कर ले गई थी। इस मामले के बाद सचिन और योगेश की कौशल गैंग से नजदीकी और भी बढ़ गई।

परिवार ने सचिन से बनाई दूरियां, संपत्ति से किया बदेखल

सचिन का परिवार आज भी कोटपूतली-बहरोड़ के अडींद गांव में रहता है। उसके पिता का कई साल पहले निधन हो गया था। घर में मां बबीता देवी और 2 भाई हैं। सचिन सबसे बड़ा है। परिवार ने कई बार सचिन को समझाया कि वह अपराध की दुनिया छोड़ दे, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद मां ने सार्वजनिक सूचना देते हुए सचिन को अपनी चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया और उससे दूरियां बना ली। योगेश भी अपने घर पर कम ही आता जाता है। दो भाइयों वह छोटा है। पिता मिस्त्री का काम करते हैं।

कौशल का लॉरेंस से 36 का आंकड़ा

गैंगस्टर कौशल के खिलाफ पंजाब और हरियाणा में हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, रंगदारी और लूट समेत दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं। पंजाब के गैंगस्टर देविंदर बंबीहा की हत्या के बाद कौशल चौधरी ही उसकी गैंग की कमान संभाल रहा है। लॉरेंस गैंग से उसका 36 का आंकड़ा है। पंजाब में लॉरेंस के कई साथियों की हत्या करवा चुका है।

राजस्थान में कौशल गैंग की दूसरी वारदात

पुलिस के अनुसार कौशल गैंग पंजाब, हरियाणा और एनसीआर में एक्टिव है। लेकिन बीते कुछ सालों से वह राजस्थान में अपना नेटवर्क खड़ा कर रही है। इसके चलते उसने एनसीआर से लगते भिवाड़ी, नीमराणा और बहरोड़ क्षेत्र में वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कौशल गैंग ने अब तक यहां दो बड़ी वारदातें की हैं।10 मई 2019 को भिवाड़ी में अलवर बाइपास पर स्थित हरीश बेकरी पर की। गैंग के दो बदमाशों ने रेस्टोरेंट मैनेजर के सामने एक पर्ची फेंकी। जिस पर 10 दिन में 30 लाख रुपए पहुंचाने की धमकी लिखी थी। इसके बाद बदमाश फायरिंग कर फरार हो गए थे। अब नीमराना में पांच करोड़ की फिरौती मांगी गई है।

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