विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का गढ़ बनकर उभरे सीकर के सरकारी स्कूलों में अब राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। पिछले एक साल से जनप्रतिनिधि कांग्रेस शासनकाल में कार्यरत प्रधानाचार्यों के तबादलों की मांग कर रहे हैं। शिक्षा विभाग ने सोमवार रात 4,000 प्रधानाचार्यों की तबादला सूची जारी की।
सीकर जिले के 200 से ज़्यादा प्रधानाचार्यों के तबादले किए गए हैं। सबसे ज़्यादा राजनीतिक घमासान पूर्व शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के इलाके में स्थित स्कूलों पर है। यहाँ के 80% प्रधानाचार्यों का तबादला सीमावर्ती ज़िलों में किया गया है। सूत्र बताते हैं कि सिर्फ़ उन्हीं प्रधानाचार्यों का तबादला किया गया है जिनकी सेवा अवधि दो साल बची है या जो दूसरे ज़िलों के मूल निवासी हैं।
ज़िले के प्रधानाचार्यों का तबादला बाड़मेर, सिरोही, जैसलमेर, नागौर, जालौर, बूंदी और बारां में किया गया है। शिक्षक संगठनों का आरोप है कि महिला और दिव्यांग कर्मचारियों का भी जानबूझकर दूसरे ज़िलों में तबादला किया गया है। वहीं, सीकर ज़िले के सैकड़ों स्कूलों में प्रधानाचार्यों के सैकड़ों पद खाली हैं।
बिना इच्छा के जिले में आ गए
दूसरे जिलों से सीकर जिले में कई प्रधानाचार्यों के तबादले को लेकर खासी चर्चा है। जिले में आए कई प्रधानाचार्य विधायकों, राष्ट्रीय शिक्षक संघ और अन्य संगठनों की वांछित सूचियों में शामिल नहीं थे। इसके बावजूद, उनका तबादला जिले के प्रमुख स्कूलों में कर दिया गया। कई विधायकों के करीबी प्रधानाचार्यों का जिले के अन्य ब्लॉकों में तबादला भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूर्व शिक्षा मंत्री ने जानबूझकर उत्पीड़न बताया
प्रधानाचार्यों की तबादला सूची जारी होने के बाद, पूर्व शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार तबादलों पर रोक लगाने का नाटक कर रही है, वहीं दूसरी तरफ रोक के बावजूद चार हजार प्रधानाचार्यों का बीच सत्र में ही तबादला कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में शेखावाटी में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। नतीजतन, सरकार ने बदला लेने के लिए जानबूझकर यहां प्रधानाचार्यों के तबादले किए हैं। यहां के प्रधानाचार्यों को जाति के आधार पर निशाना बनाकर सीमावर्ती जिलों में भेजा गया है। डोटासरा ने कहा कि यहां की जनता आगामी चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।
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