राजस्थान में कोचिंग को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। दरअसल, शनिवार को उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कोचिंग संस्कृति को खतरनाक बताते हुए कहा था कि यह बच्चों को रोबोट बना रही है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने उपाध्यक्ष धनखड़ के बयान पर आपत्ति जताई है और इस बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया है।
दो मंत्री और विधायक सुनते रहे: धारीवाल
शांति धारीवाल ने कहा कि "मैं भी जगदीप धनखड़ को व्यक्तिगत रूप से जानता हूँ। उन्हें हमेशा बेतुके बयान देने की आदत है, दुख की बात यह है कि कोटा में ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में वे कोटा कोचिंग को लेकर बकवास करते रहे और उनके सामने बैठे राजस्थान सरकार के कोटा से दो मंत्री और विधायक कोटा कोचिंग के बारे में सुनते रहे।"
'कोचिंग पर ताला लगाना चाहते हैं उपराष्ट्रपति'
धारीवाल ने एक बयान जारी कर कहा है कि "जब से भाजपा सरकार बनी है, कोचिंग में गिरावट आई है। भाजपा के मंत्री और नेता हमेशा से कोचिंग के खिलाफ रहे हैं। इसका प्रमाण भी समय-समय पर सामने आया है, जबकि कोटा कोचिंग ने देश को लाखों डॉक्टर और इंजीनियर दिए हैं।कोटा से कोचिंग लेकर निकले गरीब वर्ग के कई छात्र दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लेकिन दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति द्वारा कोचिंग पर दिए गए बयानों से ऐसा लगता है कि वे कोटा कोचिंग पर ताला लगाना चाहते हैं।"
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