कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन सर्जन अभियान के तहत नए जिलाध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए एआईसीसी ऑब्जर्वर सुखदेव भगत और पीसीसी ऑब्जर्वर डिम्पल राठौड़ राजसमंद में दौरे पर हैं। दोनों ऑब्जर्वर अलग-अलग स्थानों पर बैठकें लेकर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, ऑब्जर्वर अपने दौरे के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जिला कांग्रेस कमिटी के सदस्यों और विभिन्न ब्लॉक स्तर के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे हैं। बैठक का उद्देश्य नए जिलाध्यक्ष के चयन के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करना और संगठन की मजबूती के लिए रणनीति तैयार करना बताया जा रहा है।
सुखदेव भगत और डिम्पल राठौड़ ने राजसमंद में विभिन्न इलाकों का दौरा किया और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच संगठनात्मक ढांचे को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संगठन सर्जन अभियान के तहत सभी स्तरों पर पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस प्रक्रिया में पार्टी की केंद्रीय और राज्य इकाई के ऑब्जर्वर दोनों सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं ताकि नए जिलाध्यक्ष का चयन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो सके। इसके अलावा, ऑब्जर्वर स्थानीय नेताओं से यह भी जान रहे हैं कि वर्तमान संगठनात्मक ढांचे में किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है।
राजसमंद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस प्रक्रिया को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। कई कार्यकर्ताओं ने ऑब्जर्वरों की मौजूदगी को सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है और कहा है कि इससे पार्टी में नई ऊर्जा और संगठनात्मक मजबूती आएगी।
राजसमंद जिले में पिछले कुछ समय से पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए कई पहल की जा रही हैं। नए जिलाध्यक्ष के चयन के बाद पार्टी को आगामी स्थानीय और राष्ट्रीय चुनावों में बेहतर रणनीति बनाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
विश्लेषकों का मानना है कि संगठन सर्जन अभियान के तहत जिलाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल स्थानीय स्तर पर नेतृत्व को मजबूत करेगी बल्कि पार्टी की कार्यकुशलता और जनसम्पर्क क्षमता में भी इजाफा करेगी।
इस बीच, ऑब्जर्वर राजसमंद में विभिन्न पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रहे हैं और जल्द ही जिलाध्यक्ष के चयन के लिए अंतिम रिपोर्ट तैयार करेंगे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि नए जिलाध्यक्ष का नाम आने वाले हफ्तों में घोषित किया जा सकता है।
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