राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार देर शाम को कोटा पहुंचे और सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने 8 लोगों की मौत के मामले में बड़े स्तर पर मिस मैनेजमेंट होने का आरोप लगाया और न्यायिक जांच की मांग की।
8 मौत मामले पर गहलोत की प्रतिक्रियाअशोक गहलोत ने कहा कि इस घटना में परिजनों को मुख्यमंत्री से मिलने तक की अनुमति नहीं दी गई, जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सच्चाई सामने लाने और दोषियों की पहचान करने के लिए न्यायिक जांच अनिवार्य है।
गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रशासन को इस मामले में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी बताया कि जनहित और संवेदनशील मामलों में सरकारी रवैया जनता के विश्वास को प्रभावित करता है।
अन्य मुद्दों पर चर्चाअशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य और कांग्रेस के दृष्टिकोण पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने राहुल गांधी और बिहार चुनाव के संबंध में अपने विचार साझा किए, लेकिन मुख्य जोर उन्होंने राजस्थान में हालिया हादसों और प्रशासनिक जवाबदेही पर रखा।
न्यायिक जांच की आवश्यकतापूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल सरकारी जांच या उच्च अधिकारियों की रिपोर्ट पर्याप्त नहीं है। न्यायिक जांच से ही घटना की संपूर्ण वास्तविकता और जवाबदेही सामने आ सकती है। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया से ही परिजनों के आघात को कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
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