राजस्थान में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। जयपुर और कोटा जिलों के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जबकि रेल और सड़क यातायात बाधित होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
कोटा-मुंबई रूट पर नौ ट्रेनें रोकी गईं:
कोटा रेल मंडल के प्रवक्ता के अनुसार, दरा रेलवे स्टेशन के पास भूस्खलन के कारण कोटा-मुंबई रूट पर नौ ट्रेनों को रोकना पड़ा। भूस्खलन के कारण ट्रेनों का मार्ग अवरुद्ध हो गया, जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रभावित ट्रेनों में प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं, जिनकी आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। रेलवे प्रशासन ने बताया कि स्थिति सामान्य होने के बाद ट्रेन सेवाएं फिर से बहाल कर दी जाएंगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर यातायात बंद:
इसके अलावा, दरा नदी में जलभराव के कारण कोटा और झालावाड़ को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर भी यातायात रोकना पड़ा। सड़कों पर पानी भरने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई, जिससे कई वाहन चालकों को रुकना पड़ा और यात्री घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहे।
जयपुर में जलभराव से यातायात प्रभावित:
राजधानी जयपुर में भी भारी बारिश के कारण सड़कों और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। टोंक रोड, परकोटे क्षेत्र, जवाहर नगर, राजा पार्क, मोती डूंगरी रोड, गोपालपुरा, टोंक फाटक और अजमेर रोड पर चार से पांच फीट पानी भरने से यातायात बाधित हो गया। इन इलाकों में जलभराव के कारण वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ इलाकों में जलभराव के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाए और कई स्थानों पर दुकानों और घरों में पानी घुसने से लोगों का सामान भी प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग का अलर्ट:
मौसम विभाग ने 4 सितंबर (गुरुवार) को राज्य के 23 जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है। ऑरेंज अलर्ट वाले क्षेत्रों में बारिश के कारण भूस्खलन और जलभराव की घटनाएं हो सकती हैं, जबकि येलो अलर्ट वाले जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। अधिकारियों ने जनता से सावधान रहने और जरूरी कार्यों के लिए बाहर जाने से पहले मौसम की जानकारी लेने की अपील की है।
प्रशासन की तैयारी:
राज्य प्रशासन ने मूसलधार बारिश को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। आपातकालीन सेवाएं तैयार रखी गई हैं और प्रभावित इलाकों में जल निकासी के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही, पुलिस और प्रशासन ने यातायात की स्थिति पर नजर रखी हुई है और लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी है।
You may also like
शादी` से पहले सुहागरात मनाने पहुंचा मंगेतर, किया ऐसा कांड, दुल्हन लगी रोने, कहा- तुम ये क्या…
जींद : टीबी की दवा ले रहे 23 टीबी मरीजों को कर्मचारियों ने लिया गोद
हिसार : विस्तार विशेषज्ञ नवीनतम शोध व तकनीकों को किसानों तक पहुंचाए : प्रो. बीआर कम्बोज
जींद : सर्वजातीय खाप की मांग, खत्म हाे लिव इन रिलेशन
हिसार : खेजड़ली बलिदान दिवस को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाए: नरसी राम बिश्नोई