राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा- ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के घर का 2 लाख 17 हजार 428 रुपये का बिल बकाया था। ऊर्जा मंत्री के बंगले नंबर 401 और 402 के भी बिल बकाया हैं, जिनका भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने यह बड़ा बिल भुगतान के लिए ट्रेजरी में भेजा था, लेकिन इस पर आपत्ति लगा दी गई कि आपके घर का बिल तो हम पहले ही भर चुके हैं। उनके पास तीन मकान हैं। बेनीवाल रविवार को जयपुर के शहीद स्मारक पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश भर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों को 11 हजार करोड़ रुपये का घोटाला बताया है। उन्होंने कहा- सामान्य मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, ताकि भ्रष्टाचार किया जा सके। यह सिर्फ पैसा खाने की योजना है।
ऊर्जा मंत्री को चीजों का बहुत शौक है, ठेकेदार उनके घर का बिल भर रहे हैं
बेनीवाल ने कहा- उन्होंने (ऊर्जा मंत्री) अपना घर बिल्कुल फाइव स्टार होटल जैसा बनवाया है। 2 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, जिसमें से सिर्फ़ 30 से 35 लाख रुपए ही पीडब्ल्यूडी ने दिए हैं। बाकी पैसा बिजली विभाग के ठेकेदारों को देना है। उन्होंने ठेकेदारों से कहा था कि मैं किसी भी तरह की कमी नहीं देखना चाहता। वैसे भी ऊर्जा मंत्री को यह बहुत पसंद है। उन्हें पैसों की कोई चिंता नहीं है। क्योंकि उनके घर से पैसा खर्च नहीं हो रहा है। उन्हें यह भी डर है कि अभी मौका है, जो करना है कर लो, क्या पता आगे चलकर मैं चुनाव भी न जीत पाऊँ।
खिंवसर विधायक को भी मंत्री ने बिल भरने से राहत दी
बेनीवाल ने कहा - ऊर्जा मंत्री ने खिंवसर विधायक, उनके परिवार को भी बिल न भरने से राहत दी है। उनके पिता, भाई और खुद विधायक पीडीसी होने के बावजूद कनेक्शन लिए बैठे हैं। ऊर्जा मंत्री ने उनसे कहा है कि आप चिंता न करें, जब तक मैं भजनलाल जी की सरकार में मंत्री हूँ, आपको बिजली बिल भरने की ज़रूरत नहीं है।
बिजली कनेक्शन काटने के मामले में मैं अदालत में लड़ूँगा
हनुमान बेनीवाल ने कहा- सरकार ने मेरी प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए मेरे घर का बिजली कनेक्शन काटा है। मैं बिजली कनेक्शन काटने के मामले में अदालत में लड़ूँगा/लूँगी।
बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को बड़े-बड़े बंगले देकर सरकार ने उन्हें चुप रहने का इंतजाम और इनाम दिया है। मैं सड़क पर रहने वाला आदमी हूँ, मेरे बच्चे नागौर में पढ़ते हैं, वहाँ की बिजली काट दी गई। जबकि मैं खुद सांसद हूँ, कई सुविधाएँ मेरा अधिकार हैं, लेकिन मुझे वो अधिकार नहीं दिए गए। मैं इस मामले में भी अदालत में कानूनी लड़ाई लड़ूँगा/लूँगी।बेनीवाल ने कहा- पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बंगले सामान्य प्रशासन विभाग में थे, लेकिन अब उन्हें विधानसभा पूल में डाल दिया गया है।
स्मार्ट मीटर पैसा खाने की योजना है, कंपनी की प्रतिष्ठा खराब
बेनीवाल ने कहा- स्मार्ट मीटर पैसा खाने की योजना है। जैसे कई बार होता है, कि एक सड़क बनती है, फिर उसे तोड़ दिया जाता है और फिर से नई सड़क बना दी जाती है।
ठीक उसी तरह, सामान्य मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। ताकि भ्रष्टाचार किया जा सके। इस पूरी स्मार्ट मीटर योजना में बहुत बड़ा घोटाला है। जिस कंपनी को इसे लगाने का ठेका दिया गया है, उसकी साख भी बहुत खराब है।
फिलहाल स्मार्ट मीटर की कोई ज़रूरत नहीं थी। मैनुअल मीटर की मौजूदा व्यवस्था बहुत अच्छी है। क्योंकि इसमें आम आदमी भी अपनी समस्या बता सकता है। लेकिन स्मार्ट मीटर में बिल इच्छानुसार ऑनलाइन भेजे जाएँगे। मौजूदा हालात में इसके लिए लड़ना संभव नहीं है, क्योंकि जब हम जैसे लोग लड़ नहीं पा रहे हैं। तो आम लोगों की क्या हालत होगी, आप इससे खुद समझ सकते हैं।
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