
भोपाल। संविदा पर नौकरी करने वाले प्रदेशभर के बिजलीकर्मी नियमितीकरण समेत नौ सूत्रीय मांगों को लेकर आज (रविवार को) भोपाल में एकजुट होंगे और यहां नीलम पार्क में प्रदर्शन करेंगे। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाई इंजीनियर संगठन के बैनर तले यह आंदोलन होगा।
संगठन के प्रवक्ता लोकेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली विभाग में पांच हजार संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं। सभी संविदाकर्मी संपूर्ण चयन प्रक्रिया के तहत लिखित, साक्षात्कार, मेरिट के माध्यम से भर्ती हुए हैं, लेकिन भविष्य सुरक्षित महसूस न कर पाने की वजह से 10-12 साल के अनुभवी संविदा कर्मी अब नौकरी छोड़कर दूसरे विभागों में जा रहे हैं। ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन विभाग के 100 से अधिक संविदा कर्मी नौकरी छोड़ चुके है। संविदा कर्मी लम्बे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर आज भोपाल में यह प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें प्रदेशभर से बिजलीकर्मी जुटेंगे।
उन्होंने बताया कि संविदा कर्मियों की प्रमुख मांगे हैं कि उन्हें सीधे नियमित किया जाए। बिजली कंपनियों में गृह जिला ट्रांसफर (कंपनी टू कंपनी) नीति बनाई जाए। संविदा नीति 2023 में महंगाई भत्ता DA, इंक्रीमेंट जोड़ा जाए। राजस्व सहायक अधिकारी एवं कार्यालय सहायक उच्च शिक्षा प्राप्त समकक्ष पद पर तकनीकी पद दिया जाए। प्रथम हायर स्केल दिया जाए। मध्य क्षेत्र में संविदा परीक्षण सहायक की वेतन विसंगति दूर की जाए। संविदा नीति 2023 में पूर्व से निर्धारित भर्ती में 50% आरक्षण दिया जाए। राष्ट्रीय अवकाश एवं उत्सव अवकाश में संविदाकर्मियों को काम करने पर दोगुना मानदेय दिया जाए। नियमित कर्मियों के समान नियम अनुसार 9, 18, 35 वर्ष पूर्ण करने पर उच्च वेतनमान एवं प्रमोशन दिया जाए। शासकीय सेवा में संविदा से सीधी भर्ती होने पर 3 वर्ष की परीक्षा अवधि 70, 80 और 90 नियमावली को समाप्त किया जाए।
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